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Army In Kashmir : कश्मीरी युवाओं के डाक्टर बनने के सपने को साकार कर रही सेना की एचपीसीएल सुपर 50

Army HPCL Super 50 कोर कमांडर ने उम्मीद जताई कि इस कोर्स में हिस्सा ले रहे सभी युवा कामयाबी हासिल करेंगे। उन्होंने कहा कि सेना ने सुपर 30 को अब सुपर 50 किया है ताकि ताकि अधिक से अधिक लड़कियों को अपना भविष्य बेहतर बनाने का मौका मिले।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Fri, 19 Nov 2021 07:55 AM (IST)Updated: Fri, 19 Nov 2021 09:42 AM (IST)
Army In Kashmir : कश्मीरी युवाओं के डाक्टर बनने के सपने को साकार कर रही सेना की एचपीसीएल सुपर 50
कश्मीर के युवाओं को बेहतर भविष्य बनाने का एक अच्छा मौका मिल रहा है।

जम्मू, राज्य ब्यूरो : डाक्टर बनने की ख्वहिश रखने वाले कश्मीर के युवाओं के सपने को साकार करने के लिए सेना एचपीसीएल सुपर 50 के पहला बैच का बारह महीनों का कोर्स शुरू हो गया।

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कश्मीर सुपर 50 के पहले बैच में 20 लड़कियां शामिल हैं। सेना उन्हें 12 महीने तक कोचिंग देकर मेडिकल कोर्स के लिए होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार करेगी। पहले बैच में शामिल लड़कियों को कोचिंग देने के साथ लाइब्रेरी, कंप्यूटर लैब, रेस्ट रूम आदि सुविधाएं भी दी जाएंगी। इसके लिए हाईटेक कक्षाएं तैयार की गई है।

श्रीनगर में कोर्स के लिए सेंटर का उद्घाटन करने के बाद लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडे ने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है की कश्मीर के युवाओं को बेहतर भविष्य बनाने का एक अच्छा मौका मिल रहा है।

कोर कमांडर ने उम्मीद जताई कि इस कोर्स में हिस्सा ले रहे सभी युवा कामयाबी हासिल करेंगे। उन्होंने कहा कि सेना ने सुपर 30 को अब सुपर 50 किया है ताकि ताकि अधिक से अधिक लड़कियों को अपना भविष्य बेहतर बनाने का मौका मिले। हमारा लक्ष्य है कि चुनी गई सभी 20 लड़कियां डाक्टर बनें। उन्होंने बताया कि इन लड़कियों को 1800 लड़कियों के बीच से चुना गया है।

सेंटर हेड वीरेंद्र बनचार ने बताया कि पहले बैच के सभी लड़के लड़कियां ऐसे परिवारों से आए हैं जिनकी प्रति वर्ष की आयु के आए तीन लाख से कम है। वहीं सेंटर मैं कोचिंग लेने पहुंची कौशर हमीद ने बताया कि उन्हें यहां पर पाठ्न सामग्री के साथ हर सुविधा मिल रही है।

वही फराह नबी का कहना था कि यहां पर पढ़ाई करने के लिए उपयुक्त माहौल है। सेंटर के अंदर मोबाइल फोन भी लाना वर्जित है। इसके साथ परीक्षा के दौरान आने वाली मुश्किलों को दूर करने के लिए भी विशेष कक्षाओं का बंदोबस्त है। हम यहां पर खुश हैं।


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