जम्मू : महिलाओ को आत्मनिर्भर बनाने में सहयोग दे रही सेना, अखनूर के अंबारां में आशा बैकरी का उद्घाटन
ट्रैनिंग लेने के बाद बैकरी शुरू करने वाली महिला आरती ने बताया कि सेना व असीम फाउंडेशन की मदद से उन्हें काम करने के लिए एक अच्छा मौका मिल रहा है। सेना की ओर से इस दिशा में सराहनीय कार्य किया जा रहा है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : भारतीय सेना जम्मू कश्मीर के सीमावर्ती, दूरदराज क्षेत्रों में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में सहयोग दे रही है। जम्मू के सीमावर्ती अखनूर के अंबारा गांव में स्थानीय महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की मुहिम के तहत शुक्रवार को सेना ने आशा बैकरी का उद्घाटन किया। सेना की स्थानीय बटालियन के कमान अधिकारी ने इस बैकरी का शुभारंभ करते हुए उम्मीद जताई कि इससे महिलाओं को रोजगार व प्रोत्साहन मिलेगा। इस मौके पर गांवों की गई महिलाएं भी मौजूद थी।
सेना ने बैकरी शुरू करने से पहले महिलाओं को ट्रैनिंग करवाई थी। इस ट्रैनिंग के दौरान उन्हें केक, पेस्ट्री, बिस्किट आदि बनाने के बारे में जानकारी दी गई थी। इस दौरान उन्हें यह भी सिखाया गया था कि वे किस तरह से अपनी बैकरी खोलकर इसमें बनाया गया सामाना बेचने के साथ इसे सप्लाई भी कर सकती हैं।
यह ट्रैनिंग लेने के बाद बैकरी शुरू करने वाली महिला आरती ने बताया कि सेना व असीम फाउंडेशन की मदद से उन्हें काम करने के लिए एक अच्छा मौका मिल रहा है। सेना की ओर से इस दिशा में सराहनीय कार्य किया जा रहा है। अंबारां की महिलाओं को ट्रैनिंग करवाने से अपना रोजगार स्थापित करने के लिए उन्हें बड़ा हौंसला मिला है। इससे गांवों की महिलाओं को भी अपने पैरों पर खरा होने का मौका मिलेगा।
इस बारे में जम्मू के पीआरओ डिफेंस लेफ्टिनेंट कर्नल देवेन्द्र आनंद ने जागरण को बताया कि सेना आपरेशन सद्भावना के तहत लोगों की मदद करने के लिए हमेशा हाजिर है। लोगों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए कार्रवाई की जा रही है। सेना महिला सशक्तिकरण के प्रति भी गंभीर है।
ऐसे में महिलाओं को जागरूस्क बनाया जा रहा है कि वे किस तरह से आत्मनिर्भर बन सकती है। जम्मू संभाग के विभिन्न जिलों के दूरदराज इलाकों में महिलाओं के लिए कई प्रकार के कोर्स वलाकर उन्हें सिखाया जा रहा है कि वे किस तरह से खुद को सशक्त बना सकती हैं।