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जम्मू-कश्मीर व लद्दाख में बर्फ में चुनौतियों का सामना करने को चौकस हैं भारतीय हवाई योद्धा

जम्मू के पीइआरओ डिफेंस लेफ्टिनेंट कर्नल देवेन्द्र आनंद का कहना है कि भारतीय वायुसेना जम्मू कश्मीर व लद्दाख में हर हालात में देश की सरहदों की रक्षा करने में सक्षम है। सर्दी हो या गर्मी वायुसेना अपनी जिम्मेवारी का निर्वाह करने के लिए हरदम तैयार रहती है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Mon, 04 Jan 2021 01:25 PM (IST)Updated: Mon, 04 Jan 2021 01:25 PM (IST)
लद्दाख में ऐसी तीन एडवांस लैंडिंग ग्राउंडें सेना की ताकत को बढ़ाती हैं।

जम्मू, राज्य ब्यूरो: जम्मू-कश्मीर के उच्च पवर्तीय इलाके इस समय बर्फ की सफेद चादर से ढके हैं। केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के लेह व कारगिल जिलों में भी पारा शून्य से काफी नीचे है। ऐसे में हालात में देश की हवाई सीमाओं की सुरक्षा करने के लिए भारतीय वायुसेना के योद्धा हरदम चौकस हैं। भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान, हेलीकाप्टरों के साथ मालवाहक विमान सैनिकों व उनके साजो सामान को अपनी मंजिल तक पहुंचाने के लिए भी लगातार बर्फीले इलाकों में उड़ानें भर रहे हैं। यही नहीं जरूरत पड़ने पर वे आम लोगों की सहायता के लिए भी हर दम तैयार हैं।

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वायुसेना इस समय पूर्वी लद्दाख में चीन से सटी वास्तविक नियंत्रण रेखा व पश्चिमी लद्दाख में सियाचिन ग्लेशियर पर पाकिस्तान के सामने डेरा डाले बैठी भारतीय सेना की सभी जरूरतें पूरी कर रही है। कश्मीर में भारतीय वायुसेना के एयरफाेर्स स्टेशनों में वायुसेना के विमानों को बर्फ से उड़ाने के लिए तैयार रखने के लिए अतिरिक्त बंदोबस्त किए जा रहे हैं। वायुसेना ने बर्फीले इलाकों में शून्य से नीच के तापमान में अपने विमानों को उड़ान के लिए फिट रखने हेतु उनके इंजन में कुछ जरूरी बदलाव भी किए हैं।

ऐसे हालात में जम्मू एयरफाेर्स स्टेशन से वायुसेना के हेलीकाप्टर जरूरी सामान के साथ लद्दाख के लिए लगातार उड़ाने भर रहे हैं। जम्मू के पीइआरओ डिफेंस लेफ्टिनेंट कर्नल देवेन्द्र आनंद का कहना है कि भारतीय वायुसेना जम्मू कश्मीर व लद्दाख में हर हालात में देश की सरहदों की रक्षा करने में सक्षम है। सर्दी हो या गर्मी, वायुसेना अपनी जिम्मेवारी का निर्वाह करने के लिए हरदम तैयार रहती है।

वहीं लद्दाख में इस समय खून जमाने वाली ठंड में भी वायुसेना अपनी जिम्मेवारी का निर्वाह पूरी निष्ठा से कर रही है। लेह व कारगिल के साथ क्षेत्र में वास्तिवक नियंत्रण रेखा पर वायुसेना की एडवांस लैडिंग ग्राउंडों में भी दुश्मन का सामना करने के लिए पूरी तैयारी है। इस समय चीन की चुनाैती का सामना करने के लिए पूर्वी लद्दाख में 16,730 फीट की ऊंचाई पर विश्व की सबसे ऊंची एयर स्ट्रिप दौलत बेग ओल्डी पर वायुसेना की गतिविधियां जारी हैं।

इस एयरस्ट्रिप पर सी-130जे सुपर हर्कूलियस जैसे बड़े विमान आसानी से उड़ान भर सकते हैं। लद्दाख में ऐसी तीन एडवांस लैंडिंग ग्राउंडें सेना की ताकत को बढ़ाती हैं।  


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