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Independence Day 2021: एसपी राकेश और डीएसपी शाम दत्त को उत्कृष्ट जांच अधिकारी का अवार्ड

पुलवामा हमले की जांच करने वाले एसपी राकेश बलवाल को भी गृह मंत्री की ओर से उत्कृष्ट जांच अधिकारी का अवार्ड दिया जाएगा। राकेश ऊधमपुर के रहने वाले हैं। बलवाल मणिपुर कैडर के आइपीएस अधिकारी हैं और वर्ष 2018 से वह एनआइए को अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Fri, 13 Aug 2021 08:01 AM (IST)Updated: Fri, 13 Aug 2021 08:13 AM (IST)
Independence Day 2021: एसपी राकेश और डीएसपी शाम दत्त को  उत्कृष्ट जांच अधिकारी का अवार्ड
उत्कृष्ट जांच अधिकारी अवार्ड देने का सिलसिला वर्ष 2018 से शुरू हुआ था।

जम्मू, जागरण संवाददाता : आपराधिक मामलों की जांच में बेहतरीन कार्य प्रदर्शन के लिए जम्मू कश्मीर पुलिस विभाग के दो अधिकारियों को केंद्र सरकार ने उत्कृष्ट जांच अधिकारी के पुरस्कार से नवाजा है। इनमें एसपी राकेश बलवाल और डीएसपी शाम दत्त शामिल हैं। शाम दत्त वर्तमान में में सीबीआइ की जम्मू विंग में सेवाएं दे रहे हैं। वहीं, बलवाल मणिपुर कैडर के आइपीएस अधिकारी हैं। दोनों अधिकारियों को स्वतंत्रता दिवस पर आयोजित समारोह के दौरान सम्मानित किया जाएगा। यह अवार्ड देने की घोषणा केंद्रीय गृह मंत्रालय ने वीरवार को की है।

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उत्कृष्ट जांच अधिकारी अवार्ड देने का सिलसिला वर्ष 2018 से शुरू हुआ था। इस बार देश के 152 पुलिस अधिकारियों को यह अवार्ड दिया जा रहा है। इस अवार्ड का उद्देश्य अधिकारियों को अपराधिक मामलों की बेहतर जांच के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से किया गया है। यह अवार्ड देश भर के बेहतरीन जांच अधिकारियों को उत्कृष्ट जांच के लिए मिलेगा। डीएसपी शाम दत्त के संबंध में वर्ष 2018 में हत्या के मामले की जांच चर्चा में रही थी। हत्या का यह मामला जम्मू के पक्का डंगा थाने के एसएचओ विवेक बासना से जुड़ा है। वर्तमान में वह जेल में है।

विवेक ने अपनी सर्विस रिवाल्वर से अपनी पत्नी की हत्या का दी थी, लेकिन उन्होंने इस हत्याकांड की जांच सुसाइड में तब्दील कर दी। उन्होंने मिलीभगत से जांच को प्रभावित किया। सुबूतों को नष्ट किया गया। यहां तक कि निचली अदालत में भी हत्या को आत्महत्या में साबित करा दिया। लेकिन उनकी पत्नी के मायकेवालों ने हाईकोर्ट में अपील की। हाईकोर्ट ने मामले की जांच सीबीआइ को सौंपी। जांच की कमान शाम दत्त को सौंपी गई। उन्होंने तथ्यों की जांच की तो पता चला कि विवेक बासना ने एफएसएल के सुबूतों के साथ छेड़छाड़ की। इसके बाद पुलिस ने विवेक बासना समेत जांच अधिकारी और एफएसएल के कर्मचारी के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया गया। सुबूतों के आधार पर हाईकोर्ट में हत्या किए जाने की साबित हुई। इसके बाद विवेक को जेल की सजा सुनाई गई।

एनआइए में तैनात हैं राकेश बलवाल: पुलवामा हमले की जांच करने वाले एसपी राकेश बलवाल को भी गृह मंत्री की ओर से उत्कृष्ट जांच अधिकारी का अवार्ड दिया जाएगा। राकेश ऊधमपुर के रहने वाले हैं। बलवाल मणिपुर कैडर के आइपीएस अधिकारी हैं और वर्ष 2018 से वह एनआइए को अपनी सेवाएं दे रहे हैं। उन्हें जब पुलवामा हमले की जांच सौंपी गई थी, उस समय उस हमले को हुए दस महीने बीत चुके थे जबकि जांच टीम पूरी तरह से खाली हाथ थी। दस महीने के बाद जांच संभालने वाले एसपी बलवाल और उनकी टीम ने इस पूरी साजिश का पर्दाफाश कर दिया था। उन्हें एनआइए में संवेदनशील जांच का जिम्मा सौंपा जाता है, जिनमें 27 जून को सतवारी एयरफोर्स स्टेशन पर ड्रोन से बम गिराए जाने का मामला भी शामिल है। एनआइए में भलवाल चार वर्ष की डेपुटेशन पर हैं और उन्हें जम्मू कश्मीर, पंजाब व हिमाचल का जिम्मा सौंपा गया है। एनआइए में जान से पहले राकेश बलवाल इंफाल के चुराचंदपुर के एसपी थे। 


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