Kashmir: स्वतंत्रता दिवस केे लिए कश्मीर घाटी की किलेबंदी, ड्रोन से रहेगी चप्पे-चप्पे पर नजर
पुलिस सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए आस्मां में अपने ड्रोन भी उड़ाएगी और यह करीब दो से तीन किलोमीटर के इलाके में किसी भी गतिविधि का पता लगाने में समर्थ हैं। इसलिए अगर काेई अवांछित ड्राेन आस्मां में नजर आएगा तो यह उसका पता लगा सकेंगे।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो: स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान मुख्य समारोह स्थल की निगरानी और सुरक्षा से लेकर वादी के विभिन्न इलाकों में कानून व्यवस्था बनाए रखने में जम्मू-कश्मीर पुलिस ड्रोन का सहारा लेगी। पुलिस ने इस कार्य के लिए ड्रोन का परीक्षण भी शुरु कर दिया है। आपको बता दें कि जम्मू एयरपोर्ट पर हमले में आतंकियों द्वारा ड्रोन के इस्तेमाल और आए दिन सरहद पार से ड्रोन के जरिए हथियार व नशीले पदार्थ जम्मू-कश्मीर में पहुंचाए जाने की घटनाओं के मद्देनजर ड्रोन सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक नयी और गंभीर चुनौती बन चुके हैं।
एक वरिष्ठ सुरक्षाधिकारी ने अपना नाम न छापे जाने की शर्त पर बताया कि ड्रोन हमलों को नाकाम बनाने में पूरी तरह समर्थ प्रणााली अभी प्रदेश पुलिस के पास उपलब्ध नहीं है। स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान आतंकी किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं, इसलिए पूरा एहतियात बरता जा रहा है। पुलिस सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए आस्मां में अपने ड्रोन भी उड़ाएगी। यह करीब दो से तीन किलोमीटर के इलाके में किसी भी गतिविधि का पता लगाने में समर्थ हैं। इसलिए अगर काेई अवांछित ड्राेन आस्मां में नजर आएगा तो यह उसका पता लगा सकेंगे। इसके अलावा यह आस्मां से जमीन पर भी नजर रखेंगे।
एसपी मुख्यालय श्रीनगर आरिफ शाह ने बताया कि आज यहां लालचौक के साथ सटे प्रताप पार्क में पुलिस अधिकारियों की एक टीम ने ड्रोन का परीक्षण किया है। हमने 10 अत्याधुनिक ड्रोन मंगवाएं हैं, जिनका इस्तेमाल स्वतंत्रता दिवस के दौरान मुख्य समारोह स्थल की सुरक्षा को बनाए रखने से लेकर श्रीनगर और उसके साथ सटे इलाकों में कानून व्यवस्था बनाए रखने, शरारती तत्वों की ििनिगरानी के लिए होगा। यह भीड़ में भी किसी भी व्यक्ति काे चिन्हित कर उसकी स्पष्ट तस्वीर लेने, उसका वीडियो तैयार करने और तत्काल उसे संबधित नियंत्रण कक्ष में भेजने में समर्थ हैं। यहां श्रीनगर में मुख्य समारोह में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा राष्ट्रध्वज फहराएंगे।
उन्होंने बताया कि श्रीनगर शहर को ही नहीं श्रीनगर एयरपोर्ट, सभी महत्वपूर्ण सरकारी प्रतिष्ठानों व सैन्य प्रतिष्ठानों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए नो फ्लाइंग जोन भी बनाए गए है। इन क्षेेत्रों मेें सिर्फ सुरक्षा एजेसियों, सरकारी व निजी क्षेत्र की अनुमोदित विमान सेवाओं को ही अनुमति है। अन्य किसी अवांछित गतिविधि के खिलाफ तत्काल कानूनी कार्रवाई होगी।