Jammu संभाग में Mushroom लगाने वाले किसानों की संख्या बढ़ी, उत्पादन 16 हजार क्विंटल पहुंचने की उम्मीद
कृषि विभाग द्वारा जम्मू में पाश्चराइजड कंपोस्ट यूनिट लगाने के साथ ही कठुआ जिले में निजी तौर पर दो यूनिट लगने से किसानों को मशरूम की खेती के लिए अब बना बनाया कंपोस्ट मिलने लगा है। जम्मू संभाग में मशरूम लगाने वाले किसानों की संख्या में बढ़ोतरी होने लगी है।
जम्मू, जागरण संवाददाता । कृषि विभाग द्वारा जम्मू में पाश्चराइजड कंपोस्ट यूनिट लगाने के साथ ही कठुआ जिले में निजी तौर पर दो यूनिट लगने से किसानों को मशरूम की खेती के लिए अब बना बनाया कंपोस्ट मिलने लगा है। यही कारण है कि इस साल जम्मू संभाग में मशरूम लगाने वाले किसानों की संख्या में बढ़ोतरी होने लगी है।
सीजन के अंत तक संभाग में मशरूम उत्पादक किसानों की संख्या बढ़कर 1600 पहुंच सकती है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि इस साल के सत्र में जम्मू संभाग में मशरूम की पैदावार 16 हजार क्विंटल तक पहुंच जाएगी। पिछले साल से इस बार 1500 क्विंटल की पैदावार ज्यादा मिलने की उम्मीद है। स्पान प्रोडक्शन आफिसर अमन ज्योति ने कहा कि मशरूम के लिए अच्छा माहौल तैयार हुआ है। खासकर कठुआ व सांबा जिले में बढ़चढ़ कर मशरूम लगाई गई है और लगाई जा रही है।
दरअसल इससे पहले होता यह रहा कि किसानों के लिए मशरूम की खेती करना आसान नही था। क्योंकि 28 दिन की लंबी प्रक्रिया से गुजर कर कंपोस्ट तैयार करना होता था। लेकिन अब इस झंझट से किसानों को छुटकारा ही मिल गया है। मशीनों से बना बनाया कंपोस्ट मिलने से अब किसानों को तैयार लिफाफे उपलब्ध हो रहे हैं। इससे मशरूम की खेती करना और आसान हो गया है। 6000 तैयार लिफाफे तो कृषि विभाग ने ही किसानों को उपलब्ध कराए हैं। अधिकारियों ने बताया कि मिल्की मशरूम आने से अब जम्मू में मशरूम की खेती 12 मासी हो गई है।
अच्छे दाम मिल रहे
बहरहाल मौसम साजगार बनते ही जम्मू की मशरूम मार्केट में आने लगी है और किसानों को यह मशरूम माला माल करा रही है। शादी विवाह के सीजन के चलते किसानों को प्रति किलो मशरूम के लिए 125 रुपए मिल रहे हैं। इससे किसान खुश हैं। किसानों का कहना है कि यही कमाई का सीजन है। मशरूम आसानी से बिक रही है।