मां..आखिर मेरा क्या कसूर था? राजौरी मेडिकल कालेज अस्पताल के गेट के सामने नवजात कन्या आग के हवाले
राजौरी के जिला उपायुक्त राजेश कुमार शवन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तहसीलदार महमूद अहमद की अध्यक्षता में टीम गठित करके जांच शुरू करवा दी है। डीसी ने कहा कि तहसीलदार को मामले को जल्द हल करने का निर्देश जारी किया है।
राजौरी, गगन कोहली : मां...मेरा क्या कसूर था? मैंने तो ईश्वर की बनाई इस खूबसूरत दुनिया में अभी आंखें भी नहीं खोलीं थीं। मैं तो सिर्फ एक दिन की थी। फिर क्यों मुझे आग के हवाले कर दिया गया। क्या मेरा कसूर यही था कि मैं एक कन्या थी?
सोमवार, अल सुबह। समय करीब छह बजे। सर्द मौसम के बीच राजौरी के मेडिकल कालेज अस्पताल के मुख्य गेट के ठीक सामने कुछ लोगों ने गत्ते के डिब्बे के बीच एक नवजात कन्या को आग की लपटों में पाया तो सकते में आ गए। वे तुंरत आग बुझाकर अधजली नवजात कन्या को उठाकर अस्पताल के अंदर भागे। साथ ही वहां पर तैनात पुलिस के जवानों व अधिकारियों को सूचित किया।
इस घटना से अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मच गया। डाक्टरों ने जांच की तो नवजात कन्या दम तोड़ चुकी थी। इसके बारे में मेडिकल कालेज के ङ्क्षप्रसिपल डाक्टर बृज मोहन गुप्ता को सूचित किया गया तो वे भी तुरंत मौके पर पहुंचे गए। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। फिलहाल अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
रात को अस्पताल में तीन बच्चों का हुआ जन्म और सभी स्वस्थ : मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल डाक्टर बृज मोहन गुप्ता ने बताया कि रविवार रात अस्पताल में तीन बच्चों का जन्म हुआ। तीनों बच्चे स्वस्थ हैं और अस्पताल में ही हैं। मामले की जांच के लिए टीम का गठन कर दिया गया है। मेडिकल कालेज में लगे सीसीटीवी की फुटेज भी देखी जा रही है, ताकि आरोपितों का पता चल सके। अगर इस मामले में हमारा कोई कर्मी दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
प्रशासन ने जांच के लिए टीम का गठन किया : राजौरी के जिला उपायुक्त राजेश कुमार शवन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तहसीलदार महमूद अहमद की अध्यक्षता में टीम गठित करके जांच शुरू करवा दी है। डीसी ने कहा कि तहसीलदार को मामले को जल्द हल करने का निर्देश जारी किया है। इस संबंध में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
-अनसुलझे सवाल-
1. क्या नवजात कन्या का जन्म अस्पताल में हुआ।
2. नवजात कन्या जिंदा थी या मृत पैदा हुई और उसे जला दिया गया।
3. नवजात को किसने डिब्बे में डालकर फेंका।
4. क्या किसी ने ठंड से बचने के लिए वहां पड़े गत्ते के डिब्बे में आग लगाई, जिसमें नवजात बच्ची भी थी।
5. इस घिनौने कृत में क्या अस्पताल का कोई कर्मी भी शामिल है।