जम्मू-कश्मीर में चलाए गए विशेष टीकाकरण अभियान में एक लाख से अधिक लोगों ने करवाई वैक्सीन
Corona Vaccine in Jammu Kashmir एक दिन पहले शनिवार को छह लाख से अधिक डोज आने के बाद तीन दिन बाद सभी जिलों में अभियान चलाया जा सका है। हालांकि रविवार को जम्मू जिले सहित कई जिलों में अभियान नहीं चलता है लेकिन इस बार विशेष अभियान चलाया गया।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : जम्मू-कश्मीर में कोरोना से बचाव के लिए गत रविवार को एक दिवसीय विशेष टीकाकरण अभियान चलाया। इसमें एक लाख से अधिक लोगों ने टीकाकरण करवाया। इसे मिलाकर अब तक 79.60 लोगों ने टीकाकरण करवा लिया है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अनुसार एक दिन पहले शनिवार को साढ़े छह लाख से अधिक डोज आने के बाद तीन दिन बाद सभी जिलों में अभियान चलाया जा सका है। हालांकि रविवार को जम्मू जिले सहित कई जिलों में अभियान नहीं चलता है लेकिन इस बार विशेष अभियान चलाया गया। जम्मू जिले में सबसे अधिक 24,657 लोगों ने टीकाकरण करवाया। इसके अलावा ऊधमपुर में 761, राजौरी में 2628, कठुआ में 9647, पुंछ में 1180 लोगों ने टीकाकरण करवाया। इसके अलावा अनतंनाग में 8669, बडगाम में 11,156, बारामुला में 10,096, शोपियां में 9358, श्रीनगर में 4063 लोगों ने टीकाकरण करवाया।
रविवार को सिर्फ किश्तवाड़ जिले में टीकाकरण नहीं हो पाया है। अन्य जिलों में 18 साल से अधिक आयु वर्ग में 105430 लोगों ने टीकाकरण करवाया। एक दिन में यह सबसे अधिक संख्या है। अब तक इस आयु वर्ग में 65.27 फीसद लोगों का टीकाकरण हो चुका है। वहीं बीस स्वास्थ्य कर्मियों और पचास फ्रंटलाइन वर्कर्स ने भी टीकाकरण करवाया। अब कालेजों व विश्वविद्यालयों में विशेष अभियान पर जोर दिया ताकि सभी शिक्षकों और विद्यार्थियों का टीकाकरण हो सके।
जैसे-जैसे टीकाकरण अभियान आगे बढ़ रहा है, वैसे-वैसे लोगों को राहत देने के लिए प्रशासन ने भी प्रयास तेज कर दिए हैं। जल्द ही उन उच्च शिक्षण संस्थानों को सीमित संख्या में टीचिंग विषयों के साथ खोलने की अनुमति दी जाएगी जिनमें स्टाफ व विद्यार्थियों का सौ फीसद वैक्सीनेशन हो चका है। इसके लिए उच्च शिक्षण संस्थानों को संबंधित डिप्टी कमिश्नरों से अनुमति लेनी हगी।
सरकार ने शिक्षण संस्थानों को इस बात की भी अनुमति दे दी है कि अगर वे जिला प्रशासन की मदद से अपने संस्थानों में विशेष कैंप लगाकर वैक्सीनेशन करवा सकते हैं। इसकेे लिए उन्हें पूरी मदद दी जाएगी। जब यह सुनिश्चित हो जाए कि उस शिक्षण संस्थान में पढ़ने वाले व पढ़ाने वाले सभी शिक्षकों का टीकाकरण हो गया है तो वह उच्च शिक्षा विभाग से संस्थान खोलने की अनुमति प्राप्त कर सकता है।
लेकिन इस बीच भी प्रशासन द्वारा जारी कोरोना की रोकथाम के लिए जारी जरूरी दिशानिर्देशों का पालन जारी रखा जाएगा। यदि कोई इसमें लापरवाही बरतता हुआ पाया जाता है तो उसकेे खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।