Jammu Kashmir: लॉकडाउन में दो गुणा हुए महिला हिंसा की शिकायतें, 922 फोन काल हेल्प लाइन पर आए
साइबर अपराध की जुड़ी 47 शिकायतें थी। 115 समाज कल्याण विभाग से जुड़ी थी। 138 शिकायतों को डिस्ट्रिक्ट लीगल सर्विस अथारिर्टी को भेजी गई। 192 शिकायतें पुलिस में दर्ज करवाई गई। 63 शिकायतें पर प्रोटेक्शन ऑफ वूमेन फ्राम डोमेस्टिक वायलेंस एक्ट के पास भेजी गई।
जम्मू, दिनेश महाजन: आतंकवाद प्रभावित जम्मू-कश्मीर प्रदेश में कोरोना काल के दौरान लॉकडाउन में महिला हिंसा और प्रताड़ना की शिकायतों में भारी उछाल देखने को मिली हैं। लॉकडाउन के दौरान महिला हेल्प लाइन में घरेलू हिंसा, दहेज प्रताड़ना, दिमागी प्रताड़ना, यौन शोषण, छेड़छाड़, साइबर अपराध, बाल यौन शोषण और दुष्कर्म जैसे संगीन आरोपों की शिकायत मिली हैं।
यह दावा महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा शुरू की गई वूमेल हेल्प लाइन 181 का संचालन करने वाले संगठन का हैं। बीते वर्ष अगस्त माह में जम्मू-कश्मीर के केन्द्रीय शासित प्रदेश बनने के साथ राज्य महिला आयोग का अस्तित्व समाप्त हो गया हैं। ऐसे में पुलिस के अलावा केवल महिला हेल्प लाइन - 181 हीं महिला हिंसा के जुड़े मामलों के लिए प्रदेश जम्मू-कश्मीर में काम कर रही हैं। जम्मू-कश्मीर में इस हेल्पलाइन को अमनसेतू काचरू ट्रस्ट, पब्लिक प्राइवेट पाटर्नरशिप के तहत चला रहा हैं।
लॉकडाउन में दो गुणा हो गई थी शिकायतें: महिला हेल्प लाइन की मैनेजर पूर्णिमा धर का कहना है कि इस वर्ष कोरोना वायरस के चलते लगाए गए लॉकडाउन में आन-लॉकडाउन की तुलना में दो गुणा शिकायतें दर्ज हुई थी। लाॅकडाउन के दौरान अप्रैल से जून माह में 2500 फोन काल केवल राशन की किल्लत की आई। काल करने वाली महिलाओं में अधिकतर श्रमिक थी। इस वर्ष अप्रैल से सितंबर माह में महिला हिंसा से जुड़ी 922 फोन काल हेल्प लाइन परआए। जो वर्ष 2019 की तुलना में अस्सी फीसदी अधिक हैं। इन शिकायतों में से 619 अप्रैल से जून माह के बीच यानी लॉकडाउन में दर्ज हुई थी।
अनलॉक डाउन यानि जुलाई से सितंबर माह में 302 शिकायतें दर्ज हुई। इन शिकायतों में से पांच पाक्सो और यौन शोषण की थी। साइबर अपराध की जुड़ी 47 शिकायतें थी। 115 समाज कल्याण विभाग से जुड़ी थी। 138 शिकायतों को डिस्ट्रिक्ट लीगल सर्विस अथारिर्टी को भेजी गई। 192 शिकायतें पुलिस में दर्ज करवाई गई। 63 शिकायतें पर प्रोटेक्शन ऑफ वूमेन फ्राम डोमेस्टिक वायलेंस एक्ट के पास भेजी गई।
प्रदेश जम्मू कश्मीर और लद्दाख में काम कर रही हैं हेल्प लाइन: वूमेन हेल्प लाइन की मैनेजर पूर्णिमा धर का कहना है कि वह वर्ष 2017 से जम्मू कश्मीर और लद्दाख में महिला हिंसा से जुड़े मामलों में पीड़ित महिलाओं की मदद के लिए काम कर रही हैं। हेल्प लाइन द्वारा महिला कल्याण के लिए किए जा रहे काम के चलते उनके पास लगातार शिकायतें दर्ज हो रही हैं।