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Coronavirus: जम्मू-कश्मीर में 336 मरीज ऑक्सीजन के सहारे, 37 की हालत गंभीर

अभी भी हर दिन हो रहे रैपिड उंटीजन टेस्टों और आरटीपीसीआर में संक्रमित मरीज मिल रहे हैं। हर दिन पांच सौ के करीब आने को भी स्थिति में सुधार नहीं कहा जा सकता है। अभी भी एहतियात के लिए सभी कदम उठाने की जरूरत है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Thu, 05 Nov 2020 03:16 PM (IST)Updated: Thu, 05 Nov 2020 03:16 PM (IST)
Coronavirus: जम्मू-कश्मीर में 336 मरीज ऑक्सीजन के सहारे, 37 की हालत गंभीर
जम्मू-कश्मीर में इस समय 336 मरीज ऑक्सीजन पर हैं।

जम्मू, राज्य ब्यूरो। जम्मू-कश्मीर में कोविड-19 के मरीजों की संख्या में कमी आई है। मगर अभी भी यहां के विभिन्न अस्पतालों में 336 मरीज ऐसे हैं जो कि ऑक्सीजन केे सहारे हैं। यही नहीं 37 मरीजों की हालत गंभीर बनी हुई है। उन्हें अस्पतालों के इंटेंसिव केयर यूनिटों में रखा गया है।

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जम्मू-कश्मीर में अभी तक 96,700 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। इनमें से 92 फीसद के करीब मरीज स्वस्थ होकर अपने घरों में चले गए हैं। डेढ़ हजार से अणिक की मौत हो चुकी है। लेकिन अभी भी कई मरीज ऐसे हैं जो कि अस्पतालों में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं। जम्मू और कश्मीर दोनों ही जगहों के मेडिकल कालेजों में ऐसे मरीज भर्ती हैं। नेशनल हेल्थ मिशन से मिले आंकड़ाें के अनुसार जम्मू-कश्मीर में इस समय 336 मरीज ऑक्सीजन पर हैं।

यह ऐसे मरीज हैं जिनके शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा स्थायी नहीं हो पा रही है। यह कम हो रही है। ऐसे मरीजों में 295 कश्मीर संभाग में हें जबकि 41 जम्मू संभाग में हैं। डाक्टरों के अनुसार ऐसे मरीजों को अगर ऑक्सीजन देना बंद कर दी जाए या फिर ऑक्सीजन की मात्रा कम हो जाए तो शरीर के कई भाग काम करना बंद कर सकते हैं। मरीज की मौत भी हो सकती है।

वहीं 37 मरीज ऐसे हैं जो कि गंभीर रूप से बीमार हैं और उन्हें इंटेंसिव केयर यूनिट में रखा गया है। इनमें 12 मरीजों को वेंटीलेंटर पर रखा गया है। गंभीर रूप से बीमार मरीजों में 21 जम्मू संभाग के हैं। डाक्टरों के अनुसार कई मरीज ऐसे हैं जो कि अन्य बीमारियों से जूझ रहे थे और वह भी कोविड 19 से संक्रमित हो गए। मरने वालों में अधिकांश मरीज ऐसे ही हैं। उनका कहना है कि पिछले कुछ दिनों में मरीजों की संख्या में कमी जरूर आई है लेकिन अभी भी कोविड 19 को हल्के से नहीं लिया जा सकता।

अभी भी हर दिन हो रहे रैपिड उंटीजन टेस्टों और आरटीपीसीआर में संक्रमित मरीज मिल रहे हैं। हर दिन पांच सौ के करीब आने को भी स्थिति में सुधार नहीं कहा जा सकता है। अभी भी एहतियात के लिए सभी कदम उठाने की जरूरत है। 


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