Move to Jagran APP

जम्मू घराना वेटलैंड में सिरपट्टी सवन की कम संख्या से मायूस हो रहे पर्यटक

घराना में सिरपट्ट सवन के आगमन का बेसब्री से पर्यटक इंतजार करते हैं। लेकिन इन बार इनकी बहुत कम संख्या से सब हैरान है। पर्यावरणविद् लोगों का कहना है कि सिरपट्टी सवन पक्षी पिछले कुछ बरसों से लगातार अपने ठिकाने बदल रहा है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Fri, 21 Jan 2022 12:48 PM (IST)Updated: Fri, 21 Jan 2022 01:15 PM (IST)
राजन कुमार ने बताया कि घराना वेटलैंड को लेकर प्रशासन को गंभीर होना ही पड़ेगा।

जम्मू, जागरण संवाददाता : जम्मू के सीमांत क्षेत्र में स्थित घराना वेटलैंड पर इस बार प्रवासी पक्षी सिरपट्टी सवन (बार हेडड गीज) की कम उपस्थित ने पर्यटकों को मायूस किया है। महज 500 के करीब ही यह प्रवासी पक्षी वेटलैंड पर डेरा लगाए हुए हैं।

loksabha election banner

इन दिनों इन पक्षियों की संख्या यहां पर पांच हजार के करीब होनी चाहिए थी। मगर ऐसा नजारा यहां बन ही नही पाया। घराना वेटलैंड पर आने वाले पर्यटक निराश हो रहे हैं। सरपट्टी सवन दुनियां में सबसे ऊंचाई पर उड़ने वाले पक्षियों में माना जाता है। कहा जाता है कि प्रवासी के दौरान यह पक्षी कभी कभी माउंट एवरेस्ट के ठीक ऊपर से होकर गुजर जाते हैं जहां हवा तेज होने के कारण हेलीकाप्टर नही उड़ पाता।

घराना में सिरपट्ट सवन के आगमन का बेसब्री से पर्यटक इंतजार करते हैं। लेकिन इन बार इनकी बहुत कम संख्या से सब हैरान है। पर्यावरणविद् लोगों का कहना है कि सिरपट्टी सवन पक्षी पिछले कुछ बरसों से लगातार अपने ठिकाने बदल रहा है। अब यह पक्षी रंणीत सागर डेम क्षेत्र में भी नजर आने लगा है। जाहिर है कि पक्षी नई नई जगह ढूंढने में लगे हुए हैं। कुछ पर्यावरणविद् लोगों का कहना है कि घराना वेटलैंड में लगातार हो रही मानवी हस्तक्षेप से भी यह पक्षी प्रभावित हो सकते हैं।

अगर सिरपट्टी सवन पक्षियों की संख्या में लगातार गिरावट रही तो घराना वेटलैंड में पक्षियों का नजारा फीका पड़ जाएगा। जम्मू से घराना पहुंची मधु सिंह का कहना है कि पिछले साल इन्ही दिनों सिरपट्टी सवन पक्षियों से पूरा तालाब भरा हुआ था।

मगर अब हालत यह है कि तालाब खाली-खाली है। चंद सिरपट्टी सवन बैठे हुए हैं। सच में घराना आकर इस बार निराशा ही हाथ लगी। वहीं राजन कुमार ने बताया कि घराना वेटलैंड को लेकर प्रशासन को गंभीर होना ही पड़ेगा। हमें ऐसे ऐसे उपाय करने होंगे कि पक्षियों की संख्या बढ़े। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.