जम्मू में आठ फीसद के करीब पहुंचा संक्रमण दर, जानिए क्या है लॉकडाउन की संभावनाएं
कोरोना महामारी की पहली व दूसरी लहर के दौरान जम्मू जिले में संक्रमण दर अधिकतम दस से पंद्रह फीसद के आसपास ही रही थी।यह महामारी इसी रफ्तार से बढ़ती रही तो जनवरी में ही जम्मू जिले में कोरोना के केस घातक स्तर तक पहुंच जाएंगे।
जम्मू, जागरण संवाददाता : जम्मू-कश्मीर के बीस जिलों में से जम्मू में कोरोना वायरस सबसे अधिक तेजी से फैल रहा है। जम्मू जिले में कोरोना संक्रमण दर आठ फीसद के करीब पहुंच गई है जो प्रशासन के लिए भी चिंता का कारण बन रही है। जिले में हर दिन यह संक्रमण दर बढ़ रही है और सप्ताह पूर्व जो संक्रमण दर एक फीसद से भी कम थी, वो अब आठ फीसद के करीब पहुंच गई है।
कोरोना महामारी की पहली व दूसरी लहर के दौरान जम्मू जिले में संक्रमण दर अधिकतम दस से पंद्रह फीसद के आसपास ही रही थी। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि अगर यह महामारी इसी रफ्तार से बढ़ती रही तो जनवरी में ही जम्मू जिले में कोरोना के केस घातक स्तर तक पहुंच जाएंगे। विशेषज्ञों ने भी जनवरी अंत तक इस महामारी के चरम पर पहुंचने की संभावना जताई है।
ऐसे में कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन पूरी सख्ती बरत रहा है और पिछले एक सप्ताह में ही प्रशासन ने करीब दो दर्जन माइक्रो कंटनेमेंट जोन बनाते हुए इन क्षेत्रों में लॉकडाउन लागू किया है। माइक्रो कंटनेमेंट जोन घोषित करने के साथ ही जिला प्रशासन ने शहर के शापिंग मॉल, व्यस्त बाजारों और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में जांच तेज कर दी है। इसके लिए प्रशासन ने जिले में 52 टीमों को जिले में तैनात किया है। इसके अलावा जिला प्रशासन की ओर से विशेष टीमों को शहर के भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में तैनात किया है तो बिना मॉस्क पहने लोगों को चालान कर रही है।
इन सबके बीच अब शहर में यहीं चर्चा है कि बढ़ते मामलों की रोकथाम के लिए प्रशासन लॉकडाउन का सहारा लेगा। ऐसी अटकलें है कि प्रशासन पहले वीकेंड लॉकडाउन और उसके बाद संपूर्ण लॉकडाउन लागू करेगा लेकिन जम्मू के डिप्टी कमिश्नर अंशुल गर्ग ने इन तमाम अटकलों को विराम देते हुए कहा है कि फिलहाल प्रशासन ऐसा कुछ नहीं करने जा रहा।
अंशुल गर्ग ने कहा है कि स्थिति पूरी तरह से नियंत्रित है और अगर लोगों का सहयोग मिलता रहा तो लॉकडाउन की नौबत नहीं आएगी। मौजूदा हालात में प्रशासन वीकेंड लॉकडाउन या संपूर्ण लॉकडाउन लगाने या बाजारों में दुकानें खुलने के समय को कम करने पर कोई विचार नहीं कर रहा।