Ceasefire violation: पाकिस्तान 11 दिनों में ही 99 बार कर चुका है जम्मू कश्मीर में सीजफायर उल्लंघन
रक्षा मंत्रालय से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस साल जनवरी में 203 और जून में 181 बार जंगबंदी का उल्लंघन हुआ है।
जम्मू, राज्य ब्यूूरो। जम्मू कश्मीर में अपने एजेंडे की नाकामी से हताश पाकिस्तानी सेना आतंकियों को घुसपैठ कराने और नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर जंग की स्थिति पैदा करने के लिए अग्रिम भारतीय सैन्य व नागरिक ठिकानों पर बार-बार गोलाबारी कर रही है। बीते 11 दिनों में ही पाक सेना 99 वार अंतरराष्ट्रीय सीमा (आइबी) व एलओसी पर जंगबंदी का उल्लंघन कर चुकी है।
इस साल अक्टूबर में सबसे ज्यादा 351 बार जंगबंदी का उल्लंघन हुआ है। भारतीय जवानों ने भी पाकिस्तानी सेना को हर बार मुंहतोड़ जवाब देते हुए उसके नापाक मंसूबों को नाकाम बनाया है। संबंधित अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तानी सेना एलओसी व आइबी पर तनाव बनाए रखने के लिए इस साल जनवरी से ही जंगबंदी का उल्लंघन कर रही है। अगस्त माह के दौरान पाक सेना ने 307 बार आइबी व एलओसी पर जंगबंदी का उल्लंघन किया है।
पाक सेना के सीमावर्ती इलाकों में बैट हमले और स्वचालित हथियारों से लैस आतंकियों द्वारा घुसपैठ के प्रयास किए जाने के मामलों में भी बढ़ोतरी हुई है। भारतीय सेना ने हर बार पाकिस्तानी सेना के मंसूबों को नाकाम बनाया है। गत 20 अक्टूबर को भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई करते हुए उत्तरी कश्मीर में टंगडार सेक्टर के पार गुलाम कश्मीर में आतंकियों के चार लांचिग पैड बर्बाद किए हैं। इस कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना के 10 जवान भी मारे गए थे।
उन्होंने बताया कि इसी माह आठ व नौ नवंबर की रात पाकिस्तानी सेना ने पुंछ जिले में कृष्णा घाटी सेक्टर में भारतीय ठिकानों पर गोलाबारी करते हुए स्वचालित हथियारों से लैस छह आतंकियों को भारतीय इलाके में सुरक्षित घुसपैठ कराने का प्रयास किया था। पाकिस्तानी गोलाबारी का जवाब देते हुए भारतीय जवानों ने घुसपैठियों का भी मुकाबला किया। घुसपैठियों को मार भगाते हुए एक भारतीय जवान भी शहीद हो गया था। 10 नवंबर को भी पाकिस्तानी सेना ने उड़ी सेक्टर में गोलाबारी की थी। रक्षा मंत्रालय से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस साल जनवरी में 203 और जून में 181 बार जंगबंदी का उल्लंघन हुआ है।
अगले एक माह में घुसपैठ और जंगबंदी उल्लंघन के मामले बढ़ेंगे
रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक, अगले एक माह के दौरान आइबी व एलओसी पर जंगबंदी उल्लंघन और घुसपैठ के मामलों में तेजी आने की आशंका है। दिसंबर के पहले पखवाड़े तक हिमपात के चलते घुसपैठ के सभी परंपरागत रास्ते बंद हो सकते हैं। इसलिए पाकिस्तानी सेना चाहेगी कि ज्यादा से ज्यादा घुसपैठियों को जम्मू कश्मीर में सुरक्षित घुसपैठ कराई जाए। इसके लिए वह आइबी व एलओसी पर स्थित अग्रिम सैन्य व नागरिक ठिकानों पर लगातार गोलाबारी कर हालात बिगाडऩे और सुरक्षाबलों का ध्यान बंटाने का प्रयास करेगी। पाकिस्तानी सेना के मंसूबों को भांपते हुए घुसपैठ रोधी तंत्र को मजबूत बनाया गया है। उसके हर दुस्साहस का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए एक प्रभावी रणनीति भी अपनाई गई है।