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Illegal Mining: जम्मू में अवैध खनन का धंधा धड़ल्ले से जारी, तवी और नालों में सक्रिय खनन माफिया

नदी नालों में खनन से होने वाले पर्यावरण को नुकसान को देखते हुए ही जम्मू कश्मीर में कोर्ट ने खनन पर प्रतिबंध लगाया था लेकिन खनन माफिया सक्रिय हो गया। निर्माण कार्य से जुड़े ठेकेदार रिक्की ने बताया कि खनन पर प्रतिबंध से निर्माण कार्य तो प्रभावित हुए हैं

By Vikas AbrolEdited By: Published: Mon, 29 Nov 2021 12:40 PM (IST)Updated: Mon, 29 Nov 2021 12:40 PM (IST)
Illegal Mining: जम्मू में अवैध खनन का धंधा धड़ल्ले से जारी, तवी और नालों में सक्रिय खनन माफिया
खनन माफिया चोरी छिपे रेत, बजरी निकाल कर उसे ट्रैक्टर-ट्रालियाें और टिप्पर-डंपरों में भर कर बेच रहा है।

जम्मू, जागरण संवाददाता। प्रतिबंध के बावजूद भी जम्मू में अवैध खनन का धंधा फल फूल रहा है। शहर और उसके आसपास के इलाकों में तवी और दूसरे नालों से रोजाना सैंकड़ों गाड़ियां रेत बजरी को चोरी छिपे भर कर ले जा रही हैं जिससे नदी नालों में अवैध खोदाई से उनकी भूगौलिक स्थिति भी खराब हो रही है।

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अवैध खनन के चलते नदी-नालों का रूप भी बदल रहा है और बरसात के दिनों में जलस्तर बढ़ते ही नदी नालों का पानी लोगों की जमीनों को भी बहाकर ले जाता है। इसके अलावा नदी नालों के स्वरूप में भी बदलाव आ रहा है। जहां से रेत बजरी निकाली जा रही है वहां गहराई बढ़ रही है और जलस्तर भी प्रभावित हो रहा है।

नदी नालों में खनन से होने वाले पर्यावरण को नुकसान को देखते हुए ही जम्मू कश्मीर में कोर्ट ने खनन पर प्रतिबंध लगाया था लेकिन खनन माफिया सक्रिय हो गया। जम्मू में निर्माण कार्य से जुड़े ठेकेदार रिक्की ने बताया कि खनन पर प्रतिबंध से निर्माण कार्य तो प्रभावित हुए हैं लेकिन अवैध खनन से जुड़े लोगों के दिन बदल गए हैं। पहले रेत की एक ट्राली एक हजार में मिला करती थी लेकिन खनन माफिया अब उसे तीन हजार में बेच रहा है। जम्मू के साथ लगते सांबा और कठुआ जिलों में कुछ जगहों पर सरकार ने खनन की मंजूरी दी है लेकिन जम्मू में सक्रिय खनन माफिया वहां से रेत बजरी की बजाए जम्मू में ही आसपास के इलाकों में खनन कर रेत बजरी निकाल रही है। खनन माफिया चोरी छिपे रेत, बजरी निकाल कर उसे ट्रैक्टर-ट्रालियाें और टिप्पर-डंपरों में भर कर बेच रहा है।

कुछ जगहों पर चौड़ी हो गई है तवी

खनन माफिया अवैध खनन के लिए तवी के बीच में न जाकर उसके किनारों से ही रेत बजरी भर रहा है जिस कारण उन जगहों पर तवी चौड़ी हो गई है। इसका असर यह हो रहा है कि अब जब कभी बरसात में तवी का पानी बढ़ता है तो वह किनारों को तोड़ते हुए आसपास लगती जमीनाें व गांव में घुस जाता है जिस कारण लोगों की सैंकड़ों की कनाल जमीन तवी की भेंट चढ़ रही है। हालांकि लोगों को होने वाले नुकसान को देखते हुए प्रशासन ने कई जगहों पर क्रेट बांधकर पानी के बहाव को रोकने के प्रयास किए हैं लेकिन यह प्रयास भी नाकाफी साबित हो रहे हैं।

अवैध खनन रोकने के लिए पुलिस ने शुरू किया है बीट सिस्टम

नदी नालों में अवैध खनन के लिए पुलिस ने बकायदा बीट सिस्टम शुरू किया है। इसके तहत विशेष पुलिस कर्मियों को अलग अलग नाकों पर तैनात किया जाता है।ये नाके अवैध खनन में लगी गाड़ियों को पकड़ने के लिए ही लगाए जाते हैं। पिछले एक महीने में भी जम्मू पुलिस ने साठ के करीब ट्रैक्टर, टिप्परों को जब्त किया है। इन गाड़ियों को भारी जुर्माना भरने के बाद ही कोर्ट से छुड़वाया जा सकता है। पुलिस बेहतर काम कर रही है। अवैध खनन को लेकर पुलिस सख्त है। 


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