कांग्रेस-निर्दलीय कारपोरेटरों ने सरकार से पूछा सवाल, नौकरी देनी नहीं थी तो क्यों आयोजित की थी परीक्षा
ये युवा 2018 में इंटरव्यू देकर नौकरी के लिए बैठे हुए हैं। इनके आंसू देखकर हमसे नहीं रहा गया इसलिए उनके साथ संघर्ष में साथ खड़े होने का फैसला किया। यदि अब भी भाजपा नहीं सुधरी तो अपने बच्चों के आंसुओं के लिए जम्मू का हर व्यक्ति खड़ा होगा।
जागरण संवाददाता, जम्मू : पिछले 64 दिन से भाजपा मुख्यालय के बाहर धरने पर बैठे बीएसएफ और सीआइएसएफ अभ्यार्थियों के समर्थन में नगर निगम के कांग्रेस और निर्दलीय कारपोरेटरों ने विरोध प्रदर्शन किया।
विपक्षी कारपोरेटरों ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि उसकी गलत नीतियों की वजह से परीक्षा को पास करने के बाद भी युवा बेरोजगार रहने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि जब इन नौजवानों को नौकरी नहीं देनी थी, तो परीक्षा ही क्यों आयोजित की गई। कारपोरेटर गौरव चोपड़ा ने कहा कि बीएसएफ और सीआइएसएफ की परीक्षा पास करने के बाद भी ये युवा दो महीने से भाजपा मुख्यालय के बाहर नौकरी की गुहार लगा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं ने उन्हें यकीन दिलाया था कि दो हजार युवाओं को नौकरी दी जाएगी, पर ऐसा कुछ नहीं हुआ। उन्होंने पूछा कि यह कौन सा आत्मनिर्भर भारत है, जिसमें युवाओं को नौकरी के लिए प्रदर्शन का सहारा लेना पड़ रहा है। वह भी तब इन बच्चों ने इंटरव्यू, मेडिकल सब पास किया है। कारपोरेटरों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि इन नौजवानों के साथ भेदभाव बंद नहीं किया गया तो वे जम्मू बंद की काल देंगे।
द्वारका चौधरी ने कहा कि केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने भी कहा था कि दो हजार पद निकाले जाएंगे और इन्हें उसके शामिल किया जाएगा, लेकिन इतने बड़े नेता के आश्वासन का भी कोई मोल नहीं रहा। यही हाल श्रमिकों, कर्मचारियों और किसानों का भी है। सभी को भाजपा ने ठगा है। कारपोरेटर प्रीतम सिंह ने कहा कि बच्चों के साथ इंसाफ होना चाहिए। ये युवा 2018 में इंटरव्यू देकर नौकरी के लिए बैठे हुए हैं। युवा बच्चे परेशान हैं। इनके आंसू देखकर हमसे नहीं रहा गया, इसलिए उनके साथ संघर्ष में साथ खड़े होने का फैसला किया।
यदि अब भी भाजपा नहीं सुधरी तो अपने बच्चों के आंसुओं के लिए जम्मू का हर व्यक्ति खड़ा होगा। इस मौके पर कारपोरेटर सौबत अली, इंद्र सिंह सूदन, रशपाल वर्मा, प्रो. युद्धवीर सिंह, सुच्चा सिंह, अशोक सिंह, अमित गुप्ता, रशपाल भारद्वाज आदि मौजूद थे।