खाली नहीं छोड़ें घर, ‘समर गैंग’ की है नजर, गर्मी छुट्टी होने पर यदि घूमने जा रहे हैं तो बरतें एहतियात
कुछ वर्ष के आंकड़ों पर नजर दौड़ाने पर पता चलता है कि घरों में चोरी की सबसे अधिक वारदातें जून और जुलाई में होती हैं। वर्ष 2021 में जम्मू जिले में पूरे वर्ष की तुलना में जून और जुलाई में चोरी की सबसे अधिक 128 मामले दर्ज हुए थे।
जम्मू, दिनेश महाजन : कुछ दिनों बाद जम्मू के स्कूलों में गर्मी की छुट्टियां घोषित होने वाली हैं। ऐसे में लोग परिवार के साथ घूमने की योजनाएं बनाने लगे हैं, लेकिन घर छोड़ने से पहले सावधान हो जाएं, क्योंकि छुट्टियों के दौरान ही चोरों गिरोह ज्यादा सक्रिय होते हैं। वे ऐसे घरों की रैकी करते हैं, जहां परिवार कहीं बाहर गया हो। यदि जाना बहुत जरूरी है तो किसी को घर की देखभाल करने के लिए कहें और घर में सीसीटीवी लगवा लें।
पुलिस विभाग के कुछ वर्ष के आंकड़ों पर नजर दौड़ाने पर पता चलता है कि घरों में चोरी की सबसे अधिक वारदातें जून और जुलाई में होती हैं। वर्ष 2021 में जम्मू जिले में पूरे वर्ष की तुलना में जून और जुलाई में चोरी की सबसे अधिक 128 मामले विभिन्न पुलिस थानों में दर्ज हुए थे। छुट्टियों में चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाले गिरोहों को समर गैंग भी कहा जाता है। पुलिस के लिए भी यह दो माह बड़ी चुनौती भरे होते हैं। हालांकि पुलिस इन महीनों में रात में गश्त बढ़ा देती है, ताकि चोरों में पुलिस का खौफ रहे।
इंटरनेट मीडिया पर घर से बाहर होने का नहीं करें पोस्ट : एसएसपी जम्मू चंदन कोहली का कहना है कि छुट्टियों में लोगों की लापरवाही उनके लिए भारी पड़ जाती है। यदि आप घूमने जा रहे हैं तो अपने किसी रिश्तेदार को अपने घर पर छोड़ कर जाएं। छुट्टियों की फोटो कभी भी इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट नहीं करें। कई बार फोटो को देखकर चोरों को पता लग जाता है, आपका परिवार कहीं बाहर गया हुआ है और पीछे वे वारदात को अंजाम दे देते हैं।
घर सूना छोड़ने वाले लोगों के लिए पुलिस की एडवाजरी
- घर से बाहर जाते समय अखबार वाले व दूध वाले को मना कर जाएं।
- संभव हो तो मुख्य द्वार पर दिखाई देने वाला ताला लगाने से बचें। चोर ताला लगा देख समझ जाते हैं कि घर में कोई नहीं है। सेंट्रल लाक का प्रयोग करें।
- घर की खिड़कियों में पर्दे लगाकर रखें और बाहर जाते समय पड़ोसी को ध्यान रखने के लिए बोल कर जाएं।
- रात के समय घर की कोई लाइट जलाने के लिए पड़ोसी या रिश्तेदार को बोल कर जाएं।
- हो सके तो अपने किसी जानकार या रिश्तेदार को घर में ठहरा जाएं।
- अपने क्षेत्र की पुलिस थाना या चौकी को घर पर नजर रखने के लिए सूचित कर जाएं।