Jammu Farmers: अगर धान की रोपाई हुए 14 दिन गुजर चुके हैं, तो अब यह करें
अगर धान की रोपाई किए 14 दिन का समय गुजर चुका है तो आपको अगले काम के लिए तैयार रहना चाहिए। क्योंकि यह समय है प्लेंकनिंग (पट्ट देने) का।यानि आप ने 10 किलो वजन तक की एक 7 फुट लंबी बल्ली लेनी है जिसे खेत से गुजारना होता है।
जम्मू, जागरण संवाददाता । अगर धान की रोपाई किए 14 दिन का समय गुजर चुका है तो आपको अगले काम के लिए तैयार रहना चाहिए। क्योंकि यह समय है प्लेंकनिंग (पट्ट देने) का।
यानि आप ने 10 किलो वजन तक की एक 7 फुट लंबी बल्ली लेनी है, जिसे खेत से गुजारना होता है। लेकिन इस क्रम में खेत में थोड़ा थोड़ा पानी होना चाहिए। कृषि विशेषज्ञ अरुण जराल जोकि जेपीएई फार्म पर फार्म मैनेजर हैं, का कहना है कि खेत में पट्ट देना हर लिहाज से बेहतर होता है। इससे पौधे तेजी से बढ़ेंगे और अच्छी पैदावार भी मिलेंगी।
धान की फसल लगने के ठीक दो सप्ताह बाद खेत को पट्ट देना ठीक रहता है
किसानों को करना यह है कि इस पट्ट को खेत के एक सिरे से दूसरे सिरे तक ले जाना है और फिर वापिस लाना है। लेकिन इस बात को यकीनी बनाया जाए कि खेत में कुछ पानी जरूर खड़ा हो। इससे पौधे टूटेंगे नही। अगर पानी नही है तो इस प्रक्रिया न अपनाया जाए। पट्ट देने का सबसे बड़ा लाभ यह रहता है कि एक ओर जमीन की गोड़ाई हो जाती है तो वहीं दूसरी और पौधे के कल्ले अच्छे बनने लगते हैं। वहीं जमीन में मौजूद पौषक तत्व हर पौधे तक आसानी से पहुंचना शुरू हो जाते हैं। इसलिए धान की फसल लगने के ठीक दो सप्ताह बाद खेत को पट्ट देना ठीक रहता है। वहीं धान की रोपाई के 20 दिन बाद किसान बायो फर्टीलाइजर पर जा सकते हैं।
जम्मू में बासमती धान लगाना यहां की पारंपरिक खेती है
कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि जम्मू में बासमती धान लगाना यहां की पारंपरिक खेती है। आरएस पुरा बेल्ट में तैयार बासमती का कोई मुकाबला नही। इसका स्वाद और महक बहूत खूब है। यही कारण है कि आरएस पुरा की बासमती अन्य राज्यों, विदेश में भी अपना नाम रखती है। इसलिए बासमती उगाने वाले किसानों को बासमती लगाते समय पूरा पूरा ध्यान रखना चाहिए कि बासमती सही तरीके से लगे।