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Land mine blast: नौशहरा लैंडमाइन विस्फोट में लेफ्टिनेंट समेत चार जवान घायल, दो की हालत गंभीर

हैलीकाप्टर की मदद से तुरंत चारों घायलों को एयरलिफ्ट कर ऊधमपुर कमान अस्पताल पहुंचाया गया जहां उनका इलाज चल रहा है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Fri, 03 Jan 2020 03:28 PM (IST)Updated: Fri, 03 Jan 2020 05:35 PM (IST)
Land mine blast: नौशहरा लैंडमाइन विस्फोट में लेफ्टिनेंट समेत चार जवान घायल, दो की हालत गंभीर
Land mine blast: नौशहरा लैंडमाइन विस्फोट में लेफ्टिनेंट समेत चार जवान घायल, दो की हालत गंभीर

राजौरी, जेएनएन। जिला राजौरी के नौशहरा सेक्टर में नियंत्रण रेखा से सटे क्लाल गांव में दोपहर को लैंडमाइन की चपेट में आने से सेना के लेफ्टिनेंट समेत चार जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। हालांकि सेना ने अभी तक घायलों की पहचान जाहिर नहीं की है। सभी घायलों को एयरलिफ्ट कर ऊधमपुर के कमान अस्पताल पहुंचाया गया जहां उनका इलाज चल रहा है। इनमें दो की हालत गंभीर बताइ जा रही है।

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सूत्रों के अनुसार नियंत्रण रेखा से सटे कलाल गांव में सेना का एक गश्ती दल गुजर रहा था। सीमा से सटे इलाकों में घुसपैठ न हो इसको लेकर सेना का गश्ती दल अकसर दौरा करता है। लेफ्टिनेंट की अगुवाइ में जब ये दल कलाल में निरीक्षण कर रहा था तो उसी समय सेना के एक जवान का पांव वहां बिछी पुरानी माइन पर पड़ गया। इससे पहले कि उसे माइन का पता चलता उसमें विस्फोट हो गया। लेफ्टिनेंट व जवान साथ-साथ चल रहे थे, इसी वजह से सभी माइन की चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हो गए।

हालांकि उनके पीछे आ रहे दूसरे गश्ती दल ने तुरंत घायलों को उठाकर राजौरी सैन्य अस्पताल पहुंचाया। डाक्टरों ने जांच में पाया कि दो जवानों को काफी गंभीर चोटें आइ हैं। उनकी गंभीर हालत को देखते हुए बाद में सभी को बेहतर इलाज के लिए तुरंत सेना के हैलीकाप्टर में एयरलिफ्ट कर उधमपुर कमान अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। लेफ्टिनेंट की हालत बेहतर बताइ जा रही है। माइन से निकलने वाले छर्रों के कारण उन्हें चोटें आइ हैं जबकि उन्हें फ्रेचर भी आया है। जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल जवानों को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं दी जा रही हैं। डाक्टरों अभी इस बारे में कुछ भी नहीं बता रहे हैं।

वहीं सेना ने इस घटना की जांच के आदेश भी दिए हैं। दरअसल 31 दिसंबर को भी नौशेरा में लैंड माइन विस्फोट हुआ था जिसमें एक स्थानीय नागरिक घायल हो गया था। वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि भारतीय सीमा में घुसपैठ करने के बाद अकसर आतंकवादी सीमा पर इस तरह की लैंड माइन बिछा देते हैं ताकि गश्त के दौरान सेना के जवान इसकी चपेट में आ जाएं। उन्होंने कहा कि यह माइन काफी पुरानी थी। पिछले दिनों सेना ने माइन को हटाने का काम किया था, शायद उस दौरान उन्हें इस बारे में पता नहीं चल पाया। जिसकी वजह से आज ये हादसा पेश आया।


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