जम्मू : मेडिकल कालेज में विभिन्न विभागों के लिए अलग-अलग होंगे आइसीयू
जम्मू-कश्मीर में कोविड के हालात को देखते हुए राजकीय मेडिकल कालेज जम्मू में क्रिटिकल केयर सेवाओं को अपग्रेड करने के लिए आयोजित तीन दिवसीय कार्यशाला के दौरान उन्होंने यह बात कही। जीएमसी के एनेस्थीसिया विभाग ने इसे आयोजित किया है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : जीएमसी की प्रिंसिपल डा. शशि सूूदन शर्मा ने सभी डेलीगेट से क्रिटिकल केयर प्रबंधन में अपने कौशल को बेहतर करने और हर प्रकार की चुनौती से निपटने को कहा। उन्होंने कहा कि कोविड 19 के कारण कई प्रकार की चुनौतियों का हम सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि समय-समय पर इस प्रकार का प्रशिक्षण डाक्टरों के लिए जरूरी है ताकि वह सर्वश्रेष्ठ सेवाएं लोगों को दे सकें। उन्होंने कहा कि जीएमसी जम्मू में विभागों के आधार पर आइसीयू होगा। इसके लिए प्रशिक्षित स्टाफ की जरूरत पड़ेगी।
जम्मू-कश्मीर में कोविड के हालात को देखते हुए राजकीय मेडिकल कालेज जम्मू में क्रिटिकल केयर सेवाओं को अपग्रेड करने के लिए आयोजित तीन दिवसीय कार्यशाला के दौरान उन्होंने यह बात कही। जीएमसी के एनेस्थीसिया विभाग ने इसे आयोजित किया है। सोसायटी आफ क्रिटिकल केयर मेडिसीन इस पूरी कार्यशाला में मुख्य समन्वयक है। इसके अलावा एम्स नई दिल्ली, रिम्स रांची मनीपाल अस्पताल बंगलौर, अपोलो अस्पताल भूवनेश्वर, जीबी पंत अस्पताल नई दिल्ली क्रिटकिल सेवाओं में आए नए दिशा निर्देशों के बारे में जानकारी दे रहे हैं। इस कार्यशाला में जीएमसी जम्मू के अलावा अन्य मेडिकल कालेजों के फैकल्टी सदस्य भी भाग ले रहे हैं।
कोर्स समन्वयक डा. अनिता विज कोहली ने कोविड 10 को देखते हुए क्रिटिकल केयर में और विभागों के डाक्टरों को भी शामिल करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि मेडिकल और सर्जिकल के अलग-अलग आइसीयू बनने केबाद इन विभागों के डाक्टरों को क्रिटिकल केयर प्रबंधन में प्रशिक्षित करना जरूूरी है। डा. अंजली मेहता ने बताया कि पहले दिन कार्यशाला में कुल साठ डाक्टरों ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि यह कार्यशाला जीएमसी जम्मू की स्वर्ण जयंती समारोह का एक भाग है।