Jammu Kashmir: भारतीय वायु सेना के विशेष विमान में जैसलमेर से श्रीनगर पहुंचे ईरान से लौटे 52 कश्मीरी छात्र-श्रद्धालु
भारतीय वायुसेना के विशेष् विमान सी-130जे में आज सुबह 52 लोग जैसलमेर से रवाना हुए। यह जहाज करीब पौने 12 बजे के करीब यहां श्रीनगर एयरपोर्ट पर पहुंचा है। यह सभी ईरान से आए हैं।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। राजस्थान के जैसलमेर में बीते एक माह से रुके कश्मीर के 52 छात्र और श्रद्धालु शुक्रवार को अपने अपने घर पहुंच गए। इन सभी को अाज वायुसेना के एक विशेष विमान में श्रीनगर जैसलमेर से श्रीनगर लाया गया। जिला उपायुक्त श्रीनगर डाॅ शाहिद इकबाल चौधरी ने बताया कि जैसलमेर में सेना द्वारा संचालित क्वरटांइन केंद्र में जम्मू कश्मीर के उन लाेगों को रखा गया है, जो बीते माह ईरान व अन्य मुल्कों से आए थे। इनमें से अधिकांश कश्मीर संभाग के रहने वाले छात्र और श्रद्धालु हैं जो इरान से लौटे हें। क्वरटांइन प्रक्रिया पूरी होने व डाक्टरों द्वारा पूरी तरह स्वस्थ घोषित किए जाने के बाद ही इन्हें आज यहां लाया गया है।
उन्होंने बताया कि भारतीय वायुसेना के विशेष् विमान सी-130जे में आज सुबह 52 लोग जैसलमेर से रवाना हुए। यह जहाज करीब पौने 12 बजे के करीब यहां श्रीनगर एयरपोर्ट पर पहुंचा है। यह सभी ईरान से आए हैं। आज लौटे इन लोगों में से अधिकांश श्रीनगर, बारामुला और बडगाम जिले के रहने वाले हैं। एयरपोर्ट पर भी इनकी थर्मल स्क्रीनिंग की गई है। सभी आवश्यक औपचारिकताओं को पूर करने के बाद ही इन सभी को एसआरटीसी की तीन अलग-अलग बसों में बैठाकर घर भेजा गया।
इससे पहले विदेश मंत्रालय की मदद से केंद्र शासित लद्दाख के करीब 57 श्रद्धालुओं व विद्यार्थी को विशेष विमान में ईरान के हिंडन शहर से लेह लाया गया था। वे लोग ईरान में क्वारंटाइन में रखे गए थे, क्वारंटाइन की समयावधि समाप्त होने के बाद भी हवाई सेवाएं ठप होने की वजह से ये वहां फंसकर रह गए थे। इसके अगले दिन भारतीय वायु सेना ने अपने विशेष विमान में ईरान से जियारत से लौटे 231 श्रद्धालुओं को जोधपुर राजस्थान से लेह लाया था। ये श्रद्धालु भी वहां क्वारंटाइन में थे।
कश्मीर के लोग पिछले कई दिनों से जिला प्रशासन व केंद्र सरकार से विदेशों व देश के दूसरे राज्यों में फंसे कश्मीरी लोगों व छात्रों को घर पहुंचाने की मांग कर रही है। यह मांग घाटी के राजनीतिक दल ही नहीं सामाजिक व धार्मिक संगठन भी कर रहे हैं। उनका कहना है कि घरों से दूर लॉकडाउन में फंसे ये लोग आर्थिक तंगी की वजह से भूखमरी की कगार पर पहुंच गए हैं। यही नहीं अपनों से दूर इन लोगों के परिजन भी चिंतित हैं। प्रशासन ने लोगों की मांग पर दूसरे देशों में क्वारंटाइन समयावधि पूरा कर चुके लोगों को देश में आने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। कश्मीर प्रशासन का कहना है कि अभी भी सैकड़ों छात्र, श्रद्धालु व श्रमिक दूसरे देशों व अन्य राज्यों में फंसे हुए हैं। जिन्हें लाने की व्यवस्था की जा रही है।