Jammu: होमगार्ड जवानों का न्यूनतम वेतन कानून लागू करने की मांग को लेकर राजभवन के बाहर प्रदर्शन
पुलिस विभाग में स्थायी किए जाने व न्यूनतम वेतन कानून लागू करने की मांग को लेकर सालों से संघर्ष कर रहे जम्मू-कश्मीर के होमगार्ड जवानों ने बुधवार को जम्मू में राजभवन के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। चौक चबूतरा से रैली निकाली और रेडिया स्टेशन के निकट राजभवन बाहर प्रदर्शन किया।
जम्मू, जागरण संवाददाता । पुलिस विभाग में स्थायी किए जाने व न्यूनतम वेतन कानून लागू करने की मांग को लेकर सालों से संघर्ष कर रहे जम्मू-कश्मीर के होमगार्ड जवानों ने बुधवार को जम्मू में राजभवन के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी होमगार्ड जवानों ने चौक चबूतरा से रैली निकाली और रेडिया स्टेशन के निकट राजभवन के बाहर प्रदर्शन किया।
इन प्रदर्शनकारियों ने राजभवन के भीतर जाने का प्रयास भी किया लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रेडियाे स्टेशन चौक से आगे नहीं बढ़ने दिया। काफी देर वहां नारेबाजी करने के बाद इन होमगार्ड जवानों ने अपनी मांगों के समर्थन में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के माध्यम से केंद्रीय गृहमंत्री को ज्ञापन भी भेजा।ऑल जेएंडके होमगार्ड वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले ये होमगार्ड जवान बकायदा यूनिफार्म पहनकर सड़कों पर उतरे।
राजभवन के बाहर नारेबाजी करते हुए इन जवानों ने कहा कि पिछले कई सालों से जम्मू-कश्मीर की सरकारें उन्हें पुलिस विभाग में स्थायी रोजगार देने का आश्वासन देती आ रही है। कई बार यह घोषणाएं हुई कि होमगार्ड जवानों के लिए पुलिस में नई बटालियन बनाई जाएगी लेकिन इतने सालों में यह घोषणाएं सिर्फ घोषणाओं तक ही सीमित रही। एसोसिएशन की अध्यक्ष कमला शर्मा ने इस मौके पर कहा कि हाईकोर्ट ने भी यह निर्देश दिया था कि होमगार्ड जवानों को जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक स्थायी कांस्टेबल के बराबर वेतन दिया जाए लेकिन इस निर्देश का भी सरकार ने पालन नहीं किया।
देश के अन्य केंद्र शासित प्रदेशों व पड़ोसी राज्यों के होमगार्ड जवानों के बराबर वेतन की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में होमगार्ड जवानों को मात्र 2700 रुपये मासिक वेतन मिल रहा है। इन पैसों से कोई अपने परिवार का पोषण कैसे करेगा। उन्होंने उपराज्यपाल से इंसाफ की गुहार लगाते हुए कहा कि अब होमगार्ड जवानों की उम्मीदें उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से है और उन्हें उम्मीद है कि वह उनके साथ इंसाफ करेंगे।