Kashmir: बडगाम में हिजबुल के आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़, 3 ओजीडब्ल्यू गिरफ्तार, हथियार-गोलाबारूद भी बरामद
यह अभियान सोमवार शाम को चलाया गया था। गिरफ्तार आतंकी साथियों की पहचान मेहराजदीन ताहिर और साहिल हुर्रा के रूप में हुई है।
श्रीनगर, जेएनएन। सुरक्षाबलों ने श्रीनगर और बडगाम में एक बड़े आतंकी हमले की साजिश को नाकाम बनाते हुए हिजबुल मुजाहिदीन के तीन ओवरग्राउंड वर्करों को गिरफ्तार किया है। फिलहाल, तीनों से पूछताछ के दौरान मिले सुरागों के आधार पर बडगाम में सक्रिय हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकियों को पकड़ने के लिए सुरक्षाबलों ने एक अभियान चला रखा है। गिरफ्तार किए गए इन तीनों ओजीडब्ल्यू से भारी मात्रा में हथियार-गोलाबारूद भी बरामद हुए हैं।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि बडगाम पुलिस को सूचना मिली थी कि पखरपोरा इलाके में आतंकियों का एक दल अपने कुछ ओवरग्राउंड वर्करों के साथ बैठक करने वाला है। इन लोगों को बडगाम और श्रीनगर में कुछ खास लोगों की हत्या करने का जिम्मा सौंपा गया था। इस सूचना के आधार पर पुलिस ने सेना की 53 आरआर और सीआरपीएफ की 181वीं वाहिनी के जवानों के साथ मिलकर पखरपोरा में एक विशेष नाका लगाया।
नाके पर तैनात जवानों ने वहां से गुजरने वाले संदिग्ध लाेगों की निगरानी शुरू कर दी। इसी दौरान जब ये तीन लोग वहां से गुजरने लगे, तो इन्होंने नाका देखकर वहां से वापस भागने का प्रयास किया। नाका पार्टी का संदेह यकीन में बदल गया। जवानों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीनों को पकड़ लिया। उनकी पहचान पखरपोरा के रहने वाले महराजुदीन कुमार और ताहिर कुमार व तिलसराह के मुजफ्फर हुर्रा के रुप में हुई है। तीनों के कब्जे से नाका पार्टी ने एसाल्ट राइफल के 20 कारतूस, दो डेटोनेटर और हिजबुल मुजाहिदीन के 15 पोस्टर बरामद किए हैं।
पूछताछ में पता चला कि ये तीनों बीते कुछ महीनों से चाडूरा, पखरपोरा और बडगाम के अलावा श्रीनगर में सक्रिय हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकियों के लिए बतौर ओवरग्राउंड वर्कर काम कर रहे थे। ये आतंकियों के लिए सुरक्षित ठिकानों, पैसे का बंदोबस्त करने के अलावा उनके हथियारों को भी एक जगह से दूसरी जगह सुरक्षित पहुंचाने का काम करते थे। यही नहीं सुरक्षाबलों की गतिविधियों की मुखबिरी भी किया करते थे। पूछताछ में तीनों ने बताया कि आतंकी संगठन बडगाम और उसके साथ सटे इलाकों में कुछ खास लोगों की टारगेट किलिंग की साजिश रच रहा है। यह सब लोगों में फिर से खौफ पैदा किया करने के लिए किया जा रहा है। इनसे मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने बडगाम में कुछ पंचाायत प्रतिनिधियों और राजनीतिक कार्यकर्ताओं की सुरक्षा को भी बढ़ाया है।
पुलिस ने पूछताछ के दौरान बडगाम और उसके साथ सटे इलाकों में सक्रिय हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकियों के बारे में कई अहम सुराग जुटाए हैं। इनके आधार पर पुलिस ने सेना और सीआरपीएफ के जवानों के साथ मिलकर एक संयुक्त कार्य दल बनाया है। यह कार्य दल बडगाम जिले के विभिन्न हिस्सों में हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकियों को पकड़ने के लिए उनके सभांवित ठिकानों पर लगातार दबिश दे रहा है।
इससे पहले स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (एसओजी) जम्मू और भारतीय सेना ने लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के एक आतंकी फंडिंग मॉड्यूल का भी भंडाफोड़ किया। विश्वसनीय स्रोतों से प्राप्त जानकारी के आधार पर इस मॉड्यूल का भी भंडाफोड़ किया गया। प्रारंभिक जानकारी में पता चला है कि लश्कर ने जम्मू और कश्मीर में विशेष रूप से जम्मू क्षेत्र में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए अपने सदस्यों के एक मॉड्यूल को सक्रिय कर दिया था। सुरक्षाबलों द्वारा समय पर की गई कार्रवाई ने इस माड्यूल का भंडाफोड़ किया। ये ओवरग्राउंड वर्कर जम्मू में हवाला राशि की डिलीवरी करनी थी।
सुरक्षाबलों ने बताया कि विश्वसनीय सूत्रों के आधार पर एसओजी जम्मू और पीर मीठा पुलिस की एक टीम ने अभियान चलाते हुए मुबाशिर भट निवासी डोडा को गिरफ्तार किया। भट उसी मॉड्यूल का एक हिस्सा है। उसे सीमा पार से आने वाली हवाला राशि को लेकर आतंकवादियों और उनके समर्थकों तक पहुंचाने का काम सौंपा गया था।