JK Bank Loan fraud: 177 करोड़ रुपये के जेके बैंक घोटाले में हिलाल राथर को जमानत, जनवरी में एसीबी ने किया था गिरफ्तार
जम्मू कश्मीर बैंक से 177 करोड़ रुपये के लिए कर्ज घोटाले में हिलाल राथर को हाईकोर्ट से जमानत मिल गई है। हिलाल जम्मू कश्मीर के पूर्व वित्त मंत्री व नेशनल कांफ्रेंस के नेता अब्दुल रहीम राथर का पुत्र है। एंटी करप्शन ब्यूरो ने 16 जनवरी को उसे गिरफ्तार किया था।
जम्मू, जेएनएफ: जम्मू कश्मीर बैंक से 177 करोड़ रुपये के लिए कर्ज घोटाले में आरोपित हिलाल राथर को हाईकोर्ट से जमानत मिल गई है। हिलाल जम्मू कश्मीर के पूर्व वित्त मंत्री व नेशनल कांफ्रेंस के वरिष्ठ नेता अब्दुल रहीम राथर का पुत्र हैं। जम्मू कश्मीर के एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) को इस मामले की जांच सौंपी गई थी। 16 जनवरी 2020 को हिलाल राथर को गिरफ्तार किया गया था।
नियमों का दरकिनार कर बैंक से कर्ज लेकर हिलाल राथर ने विदेशों में निवेश कर रखा था। इस केस की जांच के कई पहलू विदेश से जुड़े हैं। सीबीआइ ने पांच मार्च 2020 को केस दर्ज करते हुए जांच अपने नियंत्रण में ले ली थी।
हाईकोर्ट ने राथर को पांच लाख रुपये के निजी मुचलके पर जमानत दी है। हाईकोर्ट ने कहा कि इतनी ही राशि के दो और मुचलके भरने होंगे। आरोपित को जांच एजेंसी का पूरा सहयोग करना होगा। जब भी जांच एजेंसी उसे तलब करेगी, उसे पेश होना पड़ेगा। उसे हर सुनवाई में ट्रायल कोर्ट में पेश होना पड़ेगा।
हिलाल राथर को अपना पासपोर्ट जमा करवाने की हिदायत देते हुए हाईकोर्ट ने कहा कि अगर अभी तक उसने पासपोर्ट जमा नहीं करवाया है तो तीन दिन के भीतर वह पासपोर्ट जमा करवाए। उसे हाईकोर्ट के क्षेत्राधिकार से बाहर जाने पर भी रोक लगा दी गई है।
यह है पूरा मामला
जम्मू के नरवाल बाला में पैराडाइज एवेन्यू टाउनशिप बनाने के लिए हिलाल ने वर्ष 2012 में जम्मू कश्मीर बैंक से 177 करोड़ रुपये का ऋण लिया था। यह ऋण बैंक नियमों का उल्लंघन करके जारी हुआ था। उसने पैराडाइज एवेन्यू के नाम से एक पार्टनरशिप फर्म बनाई। इसमें सनंत नगर श्रीनगर के डॉ. रिजवान रहीम डार, बारामुला निवासी गुलाम मोहम्मद भट्ट तथा जम्मू निवासी दलजीत वडेरा व दीपशिखा जम्वाल उसके पार्टनर बने।
बैंक के नियमानुसार एक पार्टनरशिप फर्म को 40 करोड़ रुपये से अधिक ऋण मंजूर नहीं हो सकता था, लेकिन बैंक के तत्कालीन बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने पहले चरण में ही इस फर्म के लिए 74.27 करोड़ रुपये का ऋण मंजूर कर दिया। हिलाल इससे पहले स्टेट फाइनेंशियल कारपोरेशन से भी ऋण ले चुका था और न चुकाए जाने पर उससे वन टाइम सेटलमेंट के तहत पैसे वसूले गए थे।
यह जानकारी होने के बावजूद बैंक के बोर्ड ने 74.27 करोड़ रुपये का ऋण मंजूर किया। इस ऋण की किस्त अदा न किए जाने के बावजूद बोर्ड ने बाद में उसकी फर्म को 100 करोड़ रुपये से अधिक का ऋण दिया। अंतत: 177 करोड़ रुपये का ऋण एनपीए हो गया। जम्मू कश्मीर बैंक की न्यू यूनिवर्सिटी कैंपस शाखा से यह ऋण मंजूर किया गया। हिलाल राथर सिमुला ग्रुप ऑफ कंपनीज का भी मालिक है।
सैर-सपाटे व विदेश में संपत्ति खरीदने में खर्च किया पैसा
आरोप है कि राथर ने जेके बैंक से लिए पैसे से टाउनशिप बनाने के बजाय सैर-सपाटे व कई टीवी शो को स्पांसर करने में इस्तेमाल किया। जांच से यह बात भी सामने आई कि हिलाल ने हास्य कलाकार कपिल शर्मा के शो में भी पैसा लगाया। इसके अलावा उन्होंने सुनिधि चौहान के शो को भी स्पांसर किया।
हिलाल ने सिमुला साफ्टवेयर सोल्यूशंस के नाम से अपनी एक कंपनी खोल रखी थी और तीन बार वह सिमुला की टीम को टी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट खेलने के लिए दुबई के शारजाह ले गए। इसके अलावा हिलाल ने विदेशों में कई संपत्तियां भी खरीदी।
इनका पता लगाने के लिए सात अगस्त 2020 को प्रवर्तन निदेशालय ने हिलाल राथर के कश्मीर, जम्मू, दिल्ली व लुधियाना के सोलह प्रतिष्ठानों पर एक साथ छापा मारा था और उसकी संपत्ति से जुड़े महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए गए थे।