हृदय रोग भगाना है तो पौष्टिक आहार लें व तनावमुक्त रहें
राज्य ब्यूरो, जम्मू : पिछले कुछ वर्ष में देश के अन्य भागों की तरह जम्मू कश्मीर में भी दिल के
राज्य ब्यूरो, जम्मू : पिछले कुछ वर्ष में देश के अन्य भागों की तरह जम्मू कश्मीर में भी दिल के रोगियों की संख्या तेजी के साथ बढ़ी है। अगर दिल को स्वस्थ रखना है तो यह जरूरी है कि आप अपने आसपास के माहौल को तनावमुक्त बनाएं। पौष्टिक आहार लें। लगातार तनाव के कारण हृदय रोग होने की बहुत अधिक आशंका रहती है। यह जानकारी जेके मेडिसिटी अस्पताल में हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. रणदीप नैय्यर ने दी। दैनिक जागरण कार्यालय में हेलो डाक्टर कार्यक्रम में पाठकों के प्रश्नों का जवाब देते हुए डॉ. नैय्यर ने कहा कि कुछ वर्ष में लोगों की जीवनशैली में काफी बदलाव आया है। हर क्षेत्र में तनाव बढ़ा है। लोग मधुमेह, उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। इनसे हृदय रोग की आशंका और बढ़ जाती है। लोगों को व्यायाम करने की आदत नहीं है। स्वस्थ जीवनशैली के लिए यह अहम है कि दिन में न्यूनतम आधा घंटा व्यायाम करें। यही नहीं जंक फूड ने समस्या को और बढ़ाया है। लोगों को चाहिए कि वह पारंपरिक जीवन शैली जी कर हृदय रोगों से दूर रहें। उन्होंने कहा कि मधुमेह के रोगियों में साइलेंट हार्ट अटैक की आशंका रहती है। कोई भी लक्षण नजर आए तो तुरंत जांच करवाएं। आज दिल के रोगों की जांच के लिए कई टेस्ट उपलब्ध हैं। इलाज भी सस्ता हुआ है। -नजरंदाज न करें सीने में दर्द
डॉ. नैय्यर ने कहा कि अगर आपकी सांस फूलती है, छाती में दर्द होता है और पसीना आता है तो इसे हल्के से न लें। तुरंत डॉक्टर से जांच करवाएं। इसके कारण कहीं दिल प्रभावित तो नहीं हो रहा है। यह देखना जरूरी है। कई लोग सीने में दर्द को गैस की दर्द समझ कर अनेदखी कर देते हैं। परंतु यह हृदय रोग भी हो सकता है। डॉ. नैय्यर ने कहा कि शरीर के बाईं ओर दर्द होना हृदय रोग नहीं होता। यह लोगों में गलत फहमी है। लेकिन अगर आपको कोई और लक्षण नजर आता है तो तुरंत जांच करवाएं। -तंबाकू, एल्कोहल का सेवन न करें
हृदय घात में समय बहुत अहम है। अगर आपको लगता है कि हृदय घात है तो समय बर्बाद किए बगैर अस्पताल में पहुंचें। हृदय रोग में सबसे अधिक यह अहम है कि आपके शरीर में बीमारियों से लड़ने की प्रतिरोधक शक्ति कितनी है। अस्पताल में जाते ही सबसे पहले ईसीजी करवाना चाहिए। इससे आपको पता चल जाएगा कि आपको हृदय घात तो नहीं है। उन्होंने कहा कि तंबाकू, एल्कोहल के सेवन से भी बचने की जरूरत है। दिल को स्वस्थ रखने के लिए यह जरूरी है। सिगरेट पीना सबसे अधिक खतरनाक है। एल्कोहल भी मसल्स को कमजोर करता है।
नियमित तौर पर करें व्यायाम
दिल को स्वस्थ रखना है तो नियमित तौर पर व्यायाम करें। यही नहीं अपने ऊपर तनाव को हावी न होने दें। यह सही है कि निजी क्षेत्रों में अधिक तनाव है लेकिन इसे भी कम किया जा सकता है। इससे दिल पूरी तरह से स्वस्थ रहता है। मधुमेह, उच्च रक्तचाप को करें नियंत्रित
डॉ. नैय्यर ने कहा कि उच्च रक्तचाप और मधुमेह पर नियंत्रण करना जरूरी है। यह हृदय रोग का बहुत बड़ा कारण है। मधुमेह के रोगियों को तो हृदयघात के लक्षणों के बारे में भी जानकारी नहीं मिलती। उन्होंने कहा कि बहुत से मरीज मधुमेह और उच्च रक्तचाप को हल्के से लेते हैं। यह जरूरी है कि इन रोगों से पीड़ित मरीज इन्हें नियंत्रण में रखें, इससे हृदयघात की आशंका कम हो जाती है। वहीं उन्होंने रक्तचाप कम रहने वाले लोगों को व्यायाम करते समय भी थोड़ी सावधानी बरतने की सलाह दी।