Jammu Kashmir: दो दिन में होगा अस्पतालों में ऑक्सीजन की मांग व सप्लाई का आडिट
वैक्सीनेशन लगाए जाने के अभियान को तेजी दिए जाने पर जोर देते हुए उन्होंने जम्मू और कश्मीर के स्वास्थ्य निदेशकों से कहा कि वे जम्मू और श्रीनगर के नगर निगम के आयुक्तों से सलाह मशवरा कर मोबाइल वैक्सीनेशन सेंटर स्थापित करें।
जम्मू, राज्य ब्यूरो: जम्मू कश्मीर में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने ऑक्सीजन की मांग और सप्लाई के ऑडिट का फैसला किया है। जम्मू और श्रीनगर में मोबाइल वैक्सीनेशन के लिए कदम उठाए जाएंगे। इसके साथ ही मरीजों के प्रबंधन और अस्पतालों में मरीजों को रेफर किए जाने के लिए पर्याप्त कदम उठाए जाएंगे।
मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रमण्यम की अध्यक्षता में कोविड एपेक्स मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक हुई जिसमें जम्मू कश्मीर में कोरोना से उपजे हालात पर विचार विमर्श किया गया। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी अस्पतालों और मेडिकल संस्थानों में ऑक्सीजन की मांग और सप्लाई का ऑडिट किया जाए। उन्होंने डिवीजन स्तर पर टीमों का गठन करने और 2 दिन के भीतर आक्सीजन का आडिट करने के लिए कहा। मरीजों की जरूरतों को देखते हुए ऑक्सीजन का प्रबंध करने पर जाेर दिया।
बैठक में यह बताया गया कि कोविड-19 अस्पतालों में बेड की संख्या 4500 से बढ़ाकर 7000 की जाएगी और सभी 7000 बेड में ऑक्सीजन के प्रबंध होंगे। इसी तरह से ऑक्सीजन के उत्पादन और आयात के लिए मुख्य सचिव ने डिविजनल कमिश्नर को डिवीजन स्तर पर विशेषज्ञों की कमेटी का गठन करने के लिए कहा ताकि ऑक्सीजन के उत्पादन और स्टोरेज का ऑडिट किया जाए। मुख्य सचिव ने इंडस्ट्री एंड कॉमर्स विभाग के प्रमुख सचिव की अध्यक्षता में ऑक्सीजन वार रूम स्थापित किए जाने के निर्देश भी दिए। साथ ही इसके अधीनस्थ डिवीजन स्तर पर वार रूम बनाए जाएं। सप्लाई करने वाली एजेंसियों के साथ तालमेल पर जोर देते हुए उन्होंने डिविजनल कमिश्नरों से निगरानी किए जाने के लिए कहा।
उन्होंने स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग से कहा आक्सीजन के सदुपयोग के लिए कदम उठाए जाएं। इसके अलावा डिवीजन स्तर पर श्रीनगर और जम्मू में 24 घंटे कॉल सेंटर स्थापित करने के लिए कहा ताकि मरीजों के प्रबंधन और अस्पतालों में रेफर करने की नीति को प्रभावी तरीके से लागू किया जाए। यह भी कहा कि प्रिंट इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया में हेल्पलाइन नंबर दिए जाएं ताकि लोगों को जानकारियां मिल सकें। मेडिकल विशेषज्ञों के सहयोग से कोविड काल सेंटर चलाए जाएंगे जिसमें मरीजों को पूरी सलाह दी जाएगी।
जिला अस्पतालों, सीडी अस्पताल जम्मू, श्रीनगर और जीएमसी जम्मू, श्रीनगर के इमरजेंसी ब्लॉक में ट्राइज प्वाइंट स्थापित किए जाएंगे। मुख्य सचिव ने मरीज प्रबंधन नीति को प्रभावित कैसे लागू करने पर बल दिया यह कहा गया कि कम बीमार मरीजों की ट्राइज प्वाइंट पर उनकी जांच होगी। वैक्सीनेशन लगाए जाने के अभियान को तेजी दिए जाने पर जोर देते हुए उन्होंने जम्मू और कश्मीर के स्वास्थ्य निदेशकों से कहा कि वे जम्मू और श्रीनगर के नगर निगम के आयुक्तों से सलाह मशवरा कर मोबाइल वैक्सीनेशन सेंटर स्थापित करें।