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Jammu Kashmir: कर्मचारियों की चेतावनी, स्वास्थ्य निदेशकों के पदों पर आइएएस मंजूर नहीं

Jammu Kashmir Health Department IAS अधिकारी विभाग को समझने में ही एक वर्ष लगा देते हैं। तब तक उनका तबादला किसी अन्य विभाग में कर दिया जाता है। अगर ऐसा हुआ तो मेडिकल इंप्लाइज फेडरेशन इसका विरोध करेगी।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Tue, 08 Dec 2020 09:28 AM (IST)Updated: Tue, 08 Dec 2020 09:28 AM (IST)
Jammu Kashmir: कर्मचारियों की चेतावनी, स्वास्थ्य निदेशकों के पदों पर आइएएस मंजूर नहीं
अगर ऐसा किया तो इससे पूरे विभाग की कार्यप्रणाली पर असर पड़ेगा।

जम्मू, राज्य ब्यूरो: जम्मू-कश्मीर में नेशनल हेल्थ मिशन के प्रबंध निदेशक के बाद स्वास्थ्य निदेशक जम्मू तथा कश्मीर के पदों पर आइएएस अधिकारियों की नियुक्ति करने की चर्चा हो रही है। लेकिन इसका पहले से ही विरोध होना शुरू हो गया है। कश्मीर के बाद जम्मू के स्वास्थ्य कर्मियों ने भी प्रशासन को चेतावनी दी है कि वे स्वास्थ्य निदेशकों के पदों पर आइएएस अधिकारियों की नियुक्ति न करें। अगर ऐसा किया तो इससे पूरे विभाग की कार्यप्रणाली पर असर पड़ेगा।

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जम्मू-कश्मीर मेडिकल इंप्लाइज फेडरेशन के पदाधिकारियों ने सोमवार को इस मुद्दे पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के विभिन्न वगों के कर्मचारी संगठनों के साथ बातचीत की। उन्होंने कहा कि कर्मचारी स्वास्थ्य निदेशकों के अलावा एड्स कंट्रोल सोसायटी के प्रोजेक्ट डायरेक्टर ओर परिवार कल्याण विभाग के निदेशक के पदों पर आइएएस अधिकारियों की नियुक्ति का विरोध करेंगे। फेडरेशन के प्रधान सुशील सूदन ने कहा कि स्वास्थ्य निदेशक जम्मू और कश्मीर के पदों पर नियुक्ति एमबीबीएस और पीजी करने वाले डाक्टरों की वरिष्ठता के आधार पर होती है।

स्वास्थ्य विभाग में उनके काम के अनुभव को भी देखा जाता है। उन्हें विभाग की कार्यप्रणाली का पूरा अनुभव होता है। उन्होंने कहा यह तकनीकी विभाग है और हर जगह ऐसे विभागों के मुखिया डाक्टर ही होते हैं। उन्होंने कहा कि आइएएस अधिकारी को ऐसे पदों पर बिठाने से साफ है कि सरकार लोगों के स्वास्थ्य को लेकर जरा भी गंभीर नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसे अधिकारी विभाग को समझने में ही एक वर्ष लगा देते हैं। तब तक उनका तबादला किसी अन्य विभाग में कर दिया जाता है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा हुआ तो मेडिकल इंप्लाइज फेडरेशन इसका विरोध करेगी।

उन्होंने उपराज्यपाल को स्वयं इस मुद्दे पर विचार करने को कहा। इस मौके पर फार्मासिस्ट एसाेसिएशन की ओर से चौधरी जरनैल सिंह, कमलजीत साहनी, आरपी सिंह, धमेंद्र सिंह, जम्मू-कश्मीर लैब टेक्निशयन एसोसिएशन की ओर से चौधरी असलम भाई, जेपी सिंह, जम्मू-कश्मीर क्लेरिकल इंप्लाइज एसोसिएशन की ओर से मोहम्मद सलीम और सुरेंद्र बख्शी, जम्मू-कश्मीर फीमेल मल्टीपर्पस वर्कर्स एसोसिएशन कीर ओर से नीलम देवी, सुरैया अख्तर, जम्मू-कश्मीर बेसिक हेल्थ वर्कर्स एसोसिएशन की ओर से पवन जम्वाल तथा उत्तम शर्मा, एक्सरे इंप्लाइज एसोसिएशन की ओर से हरपाल सिंह, सेनेटरी इंप्लाइज एसोसिएशन की ओर से मोहम्मद नदीम मौजूद थे। इसके अलावा अन्य कई एसोसिएशनों के सदस्य मौजूद थे। 


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