क्रॉस एलओसी ट्रेड के जरिए बड़ी आसानी से आतंकियों तक पहुंचाया जा रहा था पैसा Jammu News
एनआइए के एक अधिकारी ने बताया कि क्रॉस एलओसी ट्रेड की आड़ में कश्मीर में आतंकी व अलगाववादी संगठनों तक बड़ी सफाई से पैसा पहुंचाया जा रहा था।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : कश्मीर में आतंकी व अलगाववादी गतिविधियों के लिए वित्तीय आक्सीजन के स्रोत की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने मंगलवार को श्रीनगर और पुलवामा में छह जगहों पर क्रॉस एलओसी ट्रेड से संबंधित व्यापारियों के ठिकानों पर छापे मारे। हालांकि इन छापों में एनआइए ने किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया, लेकिन सूत्रों के अनुसार तीन लैपटॉप, बैंक पासबुक, क्रॉस एलओसी ट्रेड के लेन-देन के बही खातों की आठ किताबें व अन्य सामान जब्त किया है। बताया जा रहा है कि इन छापों में क्रॉस एलओसी ट्रेड की आड़ में आतंकियों व अलगाववादियों के लिए जुटाए गए लाखों रुपये की राशि का पता चला है। हालांकि जब्त किए गए दस्तावेजों की छानबीन के बाद ही सही जानकारी मिल पाएगी। इस बीच, एनआइए के प्रवक्ता आलोक मित्तल के अनुसार, मामले से जुड़े लोगों से पूछताछ की जा रही है।
एनआइए की एक टीम ने सुबह पुलवामा के अचगूजा केल्लर में क्रॉस एलओसी ट्रेडर्स एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष तनवीर अहमद वानी के घर पर छापा मारा। एनआइए ने करीब चार घंटे तक मकान की तलाशी ली। तनवीर के पिता गुलाम अहमद वानी ने कहा कि एनआइए की टीम ने पूरे घर की तलाशी ली है। उन्होंने जो दस्तावेज या कागज मांगे, हमने दिखाए हैं। एनआइए की टीम ने किसी के तंग नहीं किया है और न किसी को उसने हिरासत में लिया है। मेरा बेटा क्रॉस एलओसी ट्रेड करता है, उसके बारे में ही ज्यादा बातचीत हुई है।
श्रीनगर में नुंदरेशी कॉलोनी में एनआइए की टीम ने कथित तौर पर फैयाज अहमद और जावेद अहमद मट्टा नामक दो व्यापारियों के घर के अलावा डाउन-टाउन के सोनारकुल सफाकदल इलाके में रफीक अहमद जरगर नामक व्यापारी के घर की भी तलाशी ली। इसके अलावा एनआइए की टीम ने पङ्क्षरपोरा फ्रूट मंडी में दो व्यापारियों के ठिकानों की तलाशी ली। दोपहर बाद तक चले इन छापों के दौरान एनआइए की टीम ने स्थानीय पुलिस व सीआरपीएफ की मदद ली।
बड़ी सफाई से आतंकियों तक पहुंचाया जा रहा था पैसा :
एनआइए के एक अधिकारी ने बताया कि क्रॉस एलओसी ट्रेड की आड़ में कश्मीर में आतंकी व अलगाववादी संगठनों तक बड़ी सफाई से पैसा पहुंचाया जा रहा था। पाकिस्तान स्थित व्यापारी कश्मीर में कुछ व्यापारियों के पास अपना जो सामान भेजते थे, उसकी कीमत बहुत कम या बहुत ज्यादा बताई जाती थी। इसके आधार पर स्थानीय व्यापारी जो मुनाफा कमाता था, उसका एक हिस्सा व अलगाववादियों व आतंकियों तक पहुंचाता था। उन्होंने बताया कि अमेरिकी बादाम जिसे कैलीफोॢर्नया बादाम कहते हैं, क्रॉस एलओसी ट्रेड में आयात-निर्यात नहीं हो सकता, लेकिन इसका भी आयात किया जा रहा था और इसकी बिक्री पर होने वाले मुनाफे का इस्तेमाल भी राष्ट्रविरोधी गतिविधियों के लिए हो रहा था। उन्होंने बताया कि आज जिन व्यापारियों के घरों पर छापे डाले गए हैं, उनके द्वारा गुलाम कश्मीर में निर्यात किए गए सामान और बदले में आयात किए गए सामान के मूल्य में भी बड़ा अंतर है।
पुलवामा हमले के बाद बंद है व्यापार :
अक्तूबर 2008 को शुरू हुआ क्रॉस एलओसी ट्रेड फरवरी 2019 कोपुलवामा में हुए आतंकी हमले के लगभग एक माह बाद 17 मार्च को बंद कर दिया गया था। जम्मू कश्मीर और गुलाम कश्मीर के व्यापारियों के बीच होने वाले ड्यूटी मुक्त क्रॉस एलओसी ट्रेड में पैसे का लेन देन नहीं होता था, यह पूरी तरह सामान के बदले सामान वाला व्यापार था।
पहले ही कई व्यापारी व अलगाववादी किए जा चुके गिरफ्तार :
क्रॉस एलओसी ट्रेड के जरिए पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन और खुफिया एजेंसी आइएसआइ राज्य में आतंकवाद और अलगाववाद को वित्तीय मदद प्रदान कर रही थी। इसके अलावा क्रॉस एलओसी ट्रेड के तहत गुलाम कश्मीर से सामान लेकर आने वाले ट्रकों में कई बार नशीले पदार्थों की खेप और हथियार भी पकड़े गए हैं। वर्ष 2017 में जब एनआइए ने कश्मीर में टेरर फंङ्क्षडग मामले की जांच शुरू की तो क्रॉस एलओसी ट्रेड भी हवाला के तौर पर सामने आया। इस मामले में एक दर्जन अलगाववादी और कुछ व्यापारी पहले ही एनआइए द्वारा गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इनमें कश्मीर के नामी व्यापारी जहूर अहमद वटाली के अलावा शब्बीर अहमद शाह और कट्टरपंथी गिलानी के दामाद अल्ताफ फंतोश और जेकेएलएफ चेयरमैन मोहम्मद यासीन मलिक जैसे अलगाववादी शामिल हैं।