राजौरी में आधे और पुंछ में चौथाई ही बने बंकर, एलओसी तक पाकिस्तान आए दिन कर रहा है भारी गोलाबारी
नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान आए दिन गोले दाग रहा है लेकिन अभी आधे-अधूरे ही बंकर बने हैं। पुंछ जिले में कुल 1688 बंकर स्वीकृत हैं जिनमें से अभी तक सिर्फ 449 बंकर ही बने हैं।
राजौरी, जागरण संवाददाता। नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान आए दिन गोले दाग रहा है, लेकिन राजौरी और पुंछ जिले में अभी आधे-अधूरे ही बंकर बने हैं। पुंछ जिले में कुल 1688 बंकर स्वीकृत हैं, जिनमें से अभी तक सिर्फ 449 बंकर ही बने हैं। वहीं राजौरी जिले में स्वीकृत 3141 बंकरों में से 1620 बंकर ही बन पाए हैं। यह आंकड़े सीमावर्ती जिलों में बंकरों के निर्माण को लेकर हुई समीक्षा बैठक में अधिकारियों ने बताए हैं।
डिवीजनल कमिश्नर जम्मू संजीव वर्मा सोमवार को राजौरी और पुंछ जिले में बंकरों के निर्माण की प्रगति की समीक्षा को जानने के लिए पहुंचे थे। डिवीजनल कमिश्नर को राजौरी और पुंछ दोनों जिलों में बंकरों के निर्माण की स्थिति के बारे में बताया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि राजौरी जिले में सीमावर्ती ग्रामीणों के लिए 3141 बंकर स्वीकृत किए गए हैं। इनमें से 1620 बंकर बनकर तैयार हो चुकी हैं। कुछ बंकरों में से 1892 बंकर ग्रामीण विकास विभाग को बनाने के लिए सौंपे गए हैं, जिनमें से 959 बंकरों का काम पूरा हो चुका है। इसके अलावा 827 बंकरों का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है और 106 बंकरों में फॉरेस्ट क्लीयरेंस की आवश्यकता है।
वहीं, 1249 बंकरों को बनाने का जिम्मा पीडब्ल्यूडी राजौरी को सौंपा गया है। इनमें से 661 बंकर पूरे बन चुके हैं, जिसमें राजौरी डिवीजन में 71 और नौशहरा डिवीजन में 590 शामिल हैं। यह बताया गया कि बाकी बंकरों पर काम प्रगति पर है और जल्द से जल्द पूरा हो जाएगा।
पुंछ जिले के अधिकारियों ने भी बंकरों पर स्थिति स्पष्ट की है। पुंछ जिले में कुल 1688 बंकर स्वीकृत हैं, जिनमें से अभी तक सिर्फ 449 बंकर ही बने हैं। बताया गया कि ग्रामीण विकास विभाग पुंछ को आवंटित 577 बंकरों में से 202 पूरे बन चुके हैं और बाकी सभी का काम विभिन्न चरणों में हैं। इसके अलावा पीडब्ल्यूडी के पास बंकरों की संख्या 1111 है, जिसमें से 247 बंकर तैयार हो चुके हैं।
डिवीजनल कमिश्नर ने दोनों जिलों के विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वह बंकरों का निर्माण समयस पर पूरा करें। काम की गति को तेज लाएं ताकि ग्रामीणों को जल्द इन्हें सौंपा जा सके। बैठक में जिला आयुक्त पुंछ राहुल यादव, जिला आयुक्त राजौरी मुहम्मद नजीर शेख, एडीसी राजौरी शेर ¨सह, एसीडी राजौरी सुशील खजूरिया समेत कृषि और बागवानी विभाग के जिला अधिकारी मौजूद रहे।रेशम पालन और मशरूम की खेती में तलाशें रोजगार डिवीजनल कमिश्नर ने कृषि और बागवानी क्षेत्र की भी समीक्षा की।
उन्होंने कहा कि राजौरी में रेशम, मशरूम और मधुमक्खी की खेती की जबरदस्त संभावना है। रोजगार के लिए इन क्षेत्रों में अवसरों को बढ़ाया जा सकता है। कृषि विभाग प्रगतिशील किसानों के बीच जागरूकता के लिए सेमिनार, सम्मेलन और मेगा किसान मेला आयोजित करे। उन्होंने मेडिकल कॉलेज राजौरी व स्टेडियम के निर्माण कार्य का भी निरीक्षण किया।