घोर लापरवाही : JMC को बना डाला नगरपालिका
शहर के वार्ड नंबर 63 में स्थित बाबा कैलख देव स्थान में शौचालय का उद्घाटन किया गया। जम्मू के मेयर चंद्र मोहन गुप्ता ने क्षेत्र के कॉरपोरेटर कुलदीप सिंह चिब के साथ इस सीटीबीसी शौचालय कम्पलेक्स का शुभारंभ किया।जम्मू नगरपालिका लिखी प्लेट से उद्घाटन करवा दिया गया।
जम्मू, जागरण संवाददाता : शहर को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए जम्मू नगर निगम का इंजीनियरिंग विंग कितना गंभीर है, का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उद्घाटन प्लेटों पर जम्मू नगर निगम को नगरपालिका लिखा जा रहा है।
रविवार को शहर के वार्ड नंबर 63 में स्थित बाबा कैलख देव स्थान में शौचालय का उद्घाटन किया गया। जम्मू के मेयर चंद्र मोहन गुप्ता ने क्षेत्र के कॉरपोरेटर कुलदीप सिंह चिब के साथ इस सीटीबीसी शौचालय कम्पलेक्स का शुभारंभ किया। अफसोस की बात है कि मेयर व कॉरपोरेटर की मौजूदगी में जम्मू नगर निगम को बीस साल पीछे धकेलते हुए जम्मू नगरपालिका लिखी प्लेट से उद्घाटन करवा दिया गया। ढोलों की थाप पर यहां मेयर व कॉरपोरेटर का स्वागत किया गया। इस शौचालय कम्पलेक्स पर 10.50 लाख रुपये की राशि खर्च की गई है।
हद तो यह है कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत बनाए गए इस शौचालय की उद्घाटनी पट्टी पर नगर निगम की स्वच्छ भारत मिशन कमेटी के चेयरमैन सूरज प्रकाश पाधा का नाम भी सुनहरे अक्षरों में लिखा गया है। इस मौके पर मौजूद अन्य गणमान्यों में रामपाल सेठ, शक्ति दत्त शर्मा, संजीव बख्शी, राजेंद्र सिंह, सुरेश कुमार, राज कुमार आदि मौजूद थे। किसी भी व्यक्ति ने मेयर अथवा चेयरमैन के संज्ञान में यह बात नहीं लाई और न ही मेयर अथवा चेयरमैन को ही इंजीनियरों की यह गलती ही दिखाई दी।
2002 से पहले होती थी नगरपालिका
वर्ष 2002 में जम्मू नगर पालिका से नगर निगम बना दिया गया था। नगरपालिका के समय जम्मू शहर में 23 वार्ड थे। जब वर्ष 2002 में स्थानीय निकाय चुनाव करवाने से पहले शहर के वार्ड बढ़ाकर 71 कर दिए गए और इन पर कॉरपोरेटरों के चुनाव हुए। 2005 में कॉरपोरेटरों का कार्यकाल समाप्त हो गया। दोबारा 2018 में कॉरपोरेटरों के चुनाव हुए और इस बार 75 वार्ड बना दिए गए।
नगरपालिका लिखा जाना बहुत गलत
नगर निगम की स्वच्छ भारत स्टेंडिंग कमेटी के चेयरमैन सूरज प्रकाश पाधा का कहना है कि उन्होंने इस ओर ध्यान नहीं दिया लेकिन यह गलत है। इसकी जांच करवाएंगे। नगर निगम को नगरपालिका लिखा जाना बहुत गलत है। उद्घाटनी पट्टी बनाने वालों से पूछताछ की जाएगी।