Jammu Kashmir: सरकार ने आज तक नहीं खोला केंद्र, मीरां साहिब के लोगों के कैसे बनेंगे आधार कार्ड
मीरां साहिब में अभी तक सरकार की तरफ से कोई केंद्र ही स्थापित नहीं किया गया जहां लोग जाकर अपना आधार कार्ड बनवा सके। लोगों को लंबा सफर तय करके आरएसपुरा जाना पड़ता है लेकिन वहां भी भीड़ अधिक होने के कारण लोगों के आधार कार्ड नहीं बन पाते।
जम्मू, जागरण संवाददाता : राशन से लेकर बैंक खातों तक, सब कार्यों के लिए अब आधार कार्ड जरूरी हो गया है लेकिन जम्मू से सटे मीरां साहिब में अभी तक सरकार की तरफ से कोई केंद्र ही स्थापित नहीं किया गया जहां लोग जाकर अपना आधार कार्ड बनवा सके। लोगों को लंबा सफर तय करके आरएसपुरा जाना पड़ता है लेकिन वहां भी भीड़ अधिक होने के कारण लोगों के आधार कार्ड नहीं बन पाते। इससे मीरां साहिब के लोग काफी परेशान है और उन्होंने उपराज्यपाल प्रशासन से इस तरफ ध्यान देने की अपील की है। कस्बे के गांव टिंडे कला में रविवार को ऑल इंडिया अनुसूचित जाति जनजाति पिछड़ा वर्ग संगठन के पदाधिकारियों की एक बैठक संगठन के तहसील प्रधान दर्शन लाल वनमोतत्रा की अध्यक्षता में आयोजित हुई।
बैठक में प्रशासन से मांग कर कहा गया कि मीरा साहिब क्षेत्र में आधार कार्ड बनाने के लिए सेंटर स्थापित किया जाए। इस मौके पर अपने संबोधन में दर्शन लाल ने कहा कि क्षेत्र के अभी भी अनेक परिवार ऐसे हैं जिनके पूरे आधार कार्ड नहीं बन पाए हैं और लोग लंबे समय से मांग करते आ रहे हैं कि क्षेत्र में आधार कार्ड सेंटर बनाया जाना चाहिए मगर अभी तक उनकी मांग पूरी नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि आरएसपुरा तहसील कार्यालय में आधार कार्ड बनाने का सेंटर खोला था मगर ज्यादा भीड़ होने के कारण लोगों के कार्ड समय पर नहीं बन पाते। इसलिए कस्बे में आधार कार्ड सेंटर बनना चाहिए क्योंकि यह सेंट्रल प्लेस है और आसपास के कई गांवों के लोगों को आधार कार्ड सेंटर बनाए जाने का लाभ मिल सकता है।
उन्होंने प्रशासन से जल्द से जल्द इस समस्या को सुलझाने की ओर ध्यान देने की गुहार लगाई। इसके अलावा एक और समस्या को उठाते हुए कहा कि क्षेत्र में इन दिनों सर्दी के मौसम में भी गर्मी के मौसम जैसे ही बिजली घोषित कटौती हो रही है। वह भी बंद होनी चाहिए और लोगों को सुचारू रूप से बिजली मुहैया करवाने के लिए संबंधित विभाग को कदम उठाने चाहिए ताकि लोगों को परेशानी का सामना ना करना पड़े। इस मौके पर बैठक में मनोहर लाल, जागर राम, ज्ञानचंद, छोटू राम, चमन लाल, रमेश लाल, हरजीत सिंह, सुरेश कुमार व इंद्रजीत सिंह आदि भी उपस्थित थे।