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Jammu: मैडम हमारे भविष्य के साथ खिलवाड़ क्यों, MBBS विद्यार्थियों ने GMC प्रिंसिपल से किया सवाल

एमबीबीएस अंतिम वर्ष के इन विद्यार्थियों की इंटरनल परीक्षा 15 जून से शुरू हो रही है। इस दिन मेडिसिन विषय की परीक्षा होगी। 23 जून से प्रेक्टिकल होंगे। इसे लेकर इन विद्यार्थियों में रोष व्याप्त है। वे प्रिंसिपल जीएमसी जम्मू और विभिन्न विभागों के एचओडी से भी मिल चुके हैं।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Mon, 07 Jun 2021 02:12 PM (IST)Updated: Mon, 07 Jun 2021 02:12 PM (IST)
Jammu: मैडम हमारे भविष्य के साथ खिलवाड़ क्यों, MBBS विद्यार्थियों ने GMC प्रिंसिपल से किया सवाल
हमें भी तैयारी के लिए कम से कम महीना चाहिए।

जम्मू, राज्य ब्यूरो: मैडम आपने पिछली बार जब बैठक की थी तो हमसे कहा था कि कोरोना संक्रमण के कारण आपकी परीक्षा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित की जा रही है। जब परीक्षा होगी तो आपको एक महीना पहले नोटिस के माध्यम से जानकारी दे दी जाएगी। लेकिन अब ऐसा क्या हो गया कि एक दम से बिना किसी नोटिस के दस दिनों के भीतर ही परीक्षा आयोजित करवाई जा रही है।

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महामारी के कारण अभी हम में से अधिकांश विद्यार्थी परीक्षा देने के लिए तैयार नहीं है। दस दिनों मेंकिस तरह से तैयारी होगी। वे भी तब जब हम में से कई कोरोना संक्रमित हो चुके थे। कइयों के परिजन संक्रमित हें और इस संक्रमण से उभर रहे हैं। यह बात राजकीय मेडिकल कालेज जम्मू में एमबीबीएस अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों ने प्रिंसिपल जीएमसी जम्मू डा. शशि सूदन को लिखित में कही है।

एमबीबीएस अंतिम वर्ष के इन विद्यार्थियों की इंटरनल परीक्षा 15 जून से शुरू हो रही है। इस दिन मेडिसिन विषय की परीक्षा होगी। इसके बाद 23 जून से प्रेक्टिकल होंगे। इसे लेकर इन विद्यार्थियों में रोष व्याप्त है। वे प्रिंसिपल जीएमसी जम्मू और विभिन्न विभागों के एचओडी से भी मिल चुके हैं। इन विद्यार्थियों का कहना है कि जब श्रीनगर मेडिकल कालेज और शेर-ए-कश्मीर इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल सांइसेस में परीक्षा अगस्त-सितंबर महीने में प्रस्तावित है और उन्हें पढ़ाई के लिए पर्यापत समय दिया जा रहा है तो उनके साथ इस तरह का रवैयश क्यों अपनाया जा रहा है।

हमें भी तैयारी के लिए कम से कम महीना चाहिए। इसका एक कारण हमारे बहुत से साथियों का गत एक महीने में संक्रमित होेना या फिर संक्रमित मरीजों की सेवा करना भी है। बहुत से विद्यार्थी संक्रमित हो गए थे। कइयों के अभिभावक या फिर भाई-बहन संक्रमित थे। वे सभी मानसिक तनाव में हैं और संक्रमण से उभर रहे हैं। इस हालात में परीक्षा देना किस तरह से संभव है। उन्होंने जीएमसी की प्रिंसिपल डा. शशि सूदन से परीक्षा करवाने के फैसले की फिर से समीक्षा करने और इसे जुलाई महीने तक स्थगित करने की मांग की। 


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