Move to Jagran APP

शहीद एसपीओ के परिवारों के लिए फंड जुटाने के मुहिम में विदेश से भी आ रहेें हैं फंड

डॉ वैद के शहीद एसपीओ के परिवारों के लिए फंड जुटाने की मुहिम छेड़ी थी। इस फंड के तहत शहीद परिवारों के लिए तीन करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है।

By Preeti jhaEdited By: Published: Wed, 08 Aug 2018 10:14 AM (IST)Updated: Wed, 08 Aug 2018 01:57 PM (IST)
शहीद एसपीओ के परिवारों के लिए फंड जुटाने के मुहिम में विदेश से भी आ रहेें हैं फंड
शहीद एसपीओ के परिवारों के लिए फंड जुटाने के मुहिम में विदेश से भी आ रहेें हैं फंड

जम्मू, राज्य ब्यूरो। पुलिस व सेना के साथ मिलकर आतंकरोधी अभियानों में हिस्सा लेते शहीद हुए 499 स्पेशल पुलिस आफिसरों (एसपीओ) के परिवारों के पुनर्वास के लिए देश के विभिन्न राज्यों के साथ विदेश से भी फंड आ रहा है। विदेश में रह रहे भारतीय अनिल मिश्रा इन शहीदों के परिवारों के लिए 500 डालर (35 हजार) भेज कर अब तक के टॉप डोनर बन गए हैं।

loksabha election banner

उनसे पहले कास्मिक विजर्ड व स्मिता दीक्षित 21-21 हजार रुपये देकर टॉप डोनर थे। दो दिनों में जम्मू कश्मीर पुलिस ने ट्वीटर पर 5.66 लाख रुपये का फंड जुटा लिया है। सोमवार को मुहिम शुरू होने के पहले दिन 4.24 लाख रुपये एकत्र हो गए थे। अब तक शहीद एसपीओ के परिवारों को समर्थन देने को 271 लोग आगे आए हैं। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) डॉ. एसपी वैद द्वारा छेड़ी गई इस मुहिम के ट्वीटर पर अब तक 738 शेयर हो चुके हैं।

डॉ. वैद के सोमवार सुबह आठ बजे शहीद एसपीओ के परिवारों के लिए फंड जुटाने की मुहिम छेड़ी थी। डीजीपी ने इस फंड के तहत शहीद परिवारों के लिए तीन करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है। इस फंड का इस्तेमाल सेंट्रल पुलिस वेल्फेयर फंड कमेटी के जरिए किया जाएगा। डीजीपी इस वेल्फेयर फंड कमेटी के चेयरमैन हैं।

इस बीच फंड के साथ जम्मू कश्मीर पुलिस व उसके साथ काम कर रहे एसपीओज का हौंसला बढ़ाने के लिए देश वासियों की ओर से लगातार संदेश आ रहे हैं। जम्मू कश्मीर में इस समय 31 हजार के करीब एसपीओ हैं जो पुलिस के साथ मिलकर चुनौतीपूर्ण हालात में कार्य कर रहे हैं। उन्हें हर महीने छह हजार रुपये मानदेय के रूप में दिए जाते हैं। एसपीओ को दिए जाने वाला यह मानदेय राज्य सरकार को केंद्र की ओर से जारी किया जाता है। 

जम्मू कश्मीर पुलिस के महानिदेशक डॉ. एसपी वैद के सोमवार सुबह ट्विटर फंड जुटाने की मुहिम के पहले दिन शाम चार बजे तक 4.24 लाख एकत्र हुए। देशवासी जम्मू कश्मीर में आतंकवाद का सामना करते शहीद हुए 499 स्पेशल पुलिस ऑफिसरों (एसपीओ) के परिवारों के पुनर्वास के लिए आगे आएं। जम्मू कश्मीर पुलिस के महानिदेशक डॉ. एसपी वैद के सोमवार सुबह इस संदेश के साथ ट्विटर फंड जुटाने की मुहिम के पहले दिन शाम चार बजे तक 4.24 लाख एकत्र हुए। डीजी की अपील को 469 देशवासियों ने शेयर कर मुहिम को तेजी दी। डीजीपी ने शहीद परिवारों के लिए तीन करोड़ जुटाने का लक्ष्य रखा है। फंड का इस्तेमाल सेंट्रल पुलिस वेलफेयर फंड कमेटी के जरिये किया जाएगा। डीजीपी वेलफेयर फंड कमेटी के चेयरमैन हैं।

डीजी के पीआरओ एसपी मनोज शीरी ने बताया कि जुटाए गए फंड का इस्तेमाल शहीद एसपीओ के बच्चों को शिक्षा व प्रोफेसनल कोर्स के लिए इस्तेमाल होगा। राज्य में 2010 तक आतंकवाद से लड़ते शहीद होने वाले एसपीओ के परिवार को ढाई लाख का मुआवजा मिलता था। शहीद के परिवार को ढाई लाख की विशेष राशि, पांच लाख का मुआवजा व जनता इंश्योरेंस के 10 लाख मिलते हैं। अधिकतर एसपीओ समाज के कमजोर वर्ग से हैं। ऐसे में शहीद परिवारों को आर्थिक सहयोग देने के बाद उन्हें सहारा दिया जाता है। 

जम्मू कश्मीर में कानून एवं व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए स्पेशल पुलिस ऑफिसरों की अस्थायी नियुक्ति की जाती है। वे पुलिस जवानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर ने सिर्फ कानून एवं व्यवस्था सुनिश्चित करते हैं अपितु आतंकवाद का सामना करते हैं। शहीद होने पर अस्थायी होने के कारण उन्हें वे लाभ नही मिलते हैं, जो पुलिस के एक शहीद को मिलते हैं। डीजीपी के यह मुहिम छेड़ने के साथ ट्विटर पर अभियान को सहयोग देने संबंधी संदेश आने लगे। कुछ ने स्पेशल पुलिस अधिकारियों को लेकर स्पष्ट नीति न होने पर सरकार को भी घेरा। उन्होंने लिखा है कि जब एसपीओ पुलिस कर्मियों के बराबर काम करते हैं, शहादत देते हैं तो उनके परिवारों के पुनर्वास के लिए बराबर सहयोग क्यों नहीं दिया जाता है।

पहले ही दिन 183 ने दी सहायता

शहीद एसपीओ के परिवारों के लिए फंड जुटाने की मुहिम के पहले दिन 183 देशवासियों ने आर्थिक सहायता दी। पहले ही दिन कास्मिक विजर्ड व स्मिता दीक्षित ने इक्कीस-इक्कीस हजार रुपये देकर फंड जुटा रही जम्मू कश्मीर पुलिस का उत्साह बढ़ाया। दोनों पहले दिन के टाप डोनर्स थे। इम्तियाज हुसैन व उड्डयन ने पांच पांच-हजार का सहयोग दिया। उनके साथ देश के विभिन्न राज्यों के 179 अन्य लोगों ने न सिर्फ आर्थिक सहयोग दिया अपितु अभियान चला रहे डीजीपी को भी बधाई दी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.