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Jammu Kashmir: भक्तों की सेवा में लीन दिखे व्यापारी से लेकर अधिकारी

वीरवार को महाशिवरात्रि का पर्व था और पूरा शहर भगवान शिव की अराधना में लीन नजर आया। शहर के व्यापारियों से लेकर प्रशासनिक अधिकारी तक भगवान शिव के भक्तों की सेवा में लीन नजर अाए। शहर के हर बाजार-चौराहें पर श्रद्धालुओं के लिए भंडारों का आयोजन किया गया था।

By Vikas AbrolEdited By: Published: Thu, 11 Mar 2021 05:34 PM (IST)Updated: Thu, 11 Mar 2021 05:34 PM (IST)
Jammu Kashmir: भक्तों की सेवा में लीन दिखे व्यापारी से लेकर अधिकारी
वीरवार को महाशिवरात्रि का पर्व था और पूरा शहर भगवान शिव की अराधना में लीन नजर आया।

जम्मू, जागरण संवाददाता। वीरवार को महाशिवरात्रि का पर्व था और पूरा शहर भगवान शिव की अराधना में लीन नजर आया। शहर के व्यापारियों से लेकर प्रशासनिक अधिकारी तक भगवान शिव के भक्तों की सेवा में लीन नजर अाए। शहर के हर बाजार-चौराहें पर श्रद्धालुओं के लिए भंडारों का आयोजन किया गया था। इन भंडारों में शहर के बड़े-बड़े व्यापारी व बड़े-बड़े अधिकारी भक्तों में प्रसाद बांटते नजर आए। शहर की अनाज मंडी वेयर हाऊस-नेहरू मार्केट में व्यापारियों की ओर से श्रद्धालुओं के लिए भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें एसपी साऊथ दीपक ढीगरा व एसडीपीओ पुरषोत्तम मेंगी स्वयं लोगों में प्रसाद बांटते नजर आए। उधर कनक मंडी में भी व्यापारियों की ओर से लंगर आयोजित किया गया जहां चैंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री जम्मू के पदाधिकारी लोगों में प्रसाद बांटते नजर आए। बाजारों में लगे इन भंडारों के दौरान कई जगह अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी मुख्यातिथि के रूप में प्रसाद बांटते नजर आए।

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त्योहार पर औपचारिकता निभाते विभाग

त्योहारों के सीजन में उपभोक्ता अधिकारों का संरक्षण करने वाले विभाग भी औपचारिकता निभाने निकल आते है। आमतौर पर शहर में इनकी कोई उपस्थिति कहीं नजर नहीं आती लेकिन त्योहारों के सीजन में अपने आला अधिकारियों व जनता को दिखाने के लिए ये कर्मचारी टीमें बनाकर चालान करने निकलते हैं। इस बार भी कुछ ऐसा ही नजर आया, मानो साल में सिर्फ त्योहारों पर ही मिलावटखोरी व मुनाफाखोरी होती हो। इस बार भी महाशिवरात्रि की पूर्व संध्या पर खाद्य विभाग, मीटरोलॉजी विभाग व जम्मू नगरनिगम की टीमें शहर की दुकानों पर चेकिंग करते नजर आई। मीट की दुकानों पर ऐसा मीट बरामद हुआ जो सेहत के लिए अच्छा नहीं था। दुकानों पर रेट लिस्टें नदारद नजर आई। खुली सामग्री में मिलावट भी नजर आई। अगर त्योहारों के दिनों में यह सब हो सकता है तो आम दिनों में भी होता होगा लेकिन तब कोई जांच-पड़ताल नहीं होती।

गेहूं के साथ पिस रहा घुन

पुरानी कहावत है कि गेहूं के साथ घुन भी पिस जाता है और इस बार शराब विक्रेताओं के साथ भी कुछ ऐसा ही हो रहा है। जम्मू संभाग में 223 शराब की दुकानें है और सरकार इन दुकानों के लाइसेंस रद करके नए सिरे से नीलामी करके लाइसेंस जारी करने जा रही है। इसमें कोई दो राय नहीं कि इन शराब विक्रेताओं में कुछ ऐसे भी है जिनके पास दर्जनों के हिसाब से लाइसेंस है और इस धंधे में उनका वर्चस्व बना हुआ है। सरकार यह वर्चस्व खत्म करना चाहती है और इसलिए पूरी प्रक्रिया में बदलाव किया जा रहा है लेकिन इन बड़े ठेकेदारों के साथ छोटे दुकानदार भी मारे जाएंगे। जम्मू संभाग में अधिकांश ऐसे है जिनके पास एक ही दुकान है और एक ही लाइसेंस। इस दुकान से ही उनकी रोजी-रोटी चलती है लेकिन बड़ी मछलियों को साफ करने के साथ विभाग इन छोटी मछलियों को भी मारने जा रहा है जिनके पास रोजी-रोटी का कोई साधन नहीं। इनमें कई विधवाएं व दिव्यांग भी है जिनके पास रोजी-रोटी का कोई दूसरा साधन नहीं।

नब्ज जानने की हो रही कोशिश

उद्योग व वाणिज्य विभाग के प्रमुख सचिव रंजन प्रकाश ठाकुर ने अपनी जिम्मेदारी संभालने के बाद उद्योग व व्यापार जगत की नब्ज जानने के प्रयास शुरू कर दिए है जो किसी भी अधिकारी के लिए काफी अच्छी प्रक्रिया है। ठाकुर के लिए जम्मू-कश्मीर की परिस्थितियां नई है और ऐसे में उन्होंने अपने विभाग से जुड़े लोगों की राय जानने का अच्छा कदम उठाया है। पिछले दो दिनों के दौरान ठाकुर ने जम्मू के विभिन्न व्यापारिक व औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधियों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को जानने का प्रयास किया। इस दौरान उद्योग व व्यापार क्षेत्र के प्रतिनिधियों ने भी अपने-अपने क्षेत्र की समस्याओं को उनके समक्ष रखा है। आने वाले दिनों में भी मुलाकातों का यह सिलसिला जारी रहने वाला है। ऐसे में उम्मीद है कि ठाकुर उद्योग व व्यापार जगत के लोगों की बात सुनने के बाद विभाग की कार्यप्रणाली में सुधार लाने की दिशा में ठोस कदम उठाएंगे जिससे ईज ऑफ डूईंग बिजनेस में प्रदेश का स्थान कुछ बेहतर होगा।


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