Kashmir: पूर्व नौकरशाह शाह फैसल पर भी लगा पीएसए, अगस्त से हैं नजरबंद
जम्मू और कश्मीर के पूर्व नौकरशाह शाह फैजल ने भारतीय प्रशासनिक सेवा से इस्तीफा देने के बाद एक राजनीतिक संगठन जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट बनाया था।
श्रीनगर, जेएनएन। पूर्व आईएएस अधिकारी और जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट के प्रमुख शाह फैसल पर भी सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) लगा दिया गया है। फैसल अगस्त 2019 से नजरबंद है। जेकेपीएम नेता फैसल पिछले साल अगस्त में दिल्ली हवाई अड्डे पर हिरासत में लिया गया था। वह भारत से बाहर जाने का प्रयास कर रहे थे। जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाने के बाद उन्हें श्रीनगर भेज दिया गया था।
फैसल जम्मू-कश्मीर में पीएसए के तहत बुक किए गए अन्य नेताओं की सूची में शामिल हो गए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद फारूक अब्दुल्ला, पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती, सरताज मदनी, हिलाल लोन, अली मोहम्मद सागर और नईम अख्तर पर भी पीएसए के तहत मामला दर्ज किया गया है।
सनद रहे कि 12 अगस्त को इंटेलिजेंस ब्यूरो ने फैसल के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया था। इसके बाद उन्हें दिल्ली हवाई अड्डे से विदेश जाते हुए हिरासत में लिया गया। हालांकि उसके बाद भी यह विवाद उठा कि वह हार्वर्ड विश्वविद्यालय में अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए अमेरिका जा रहे थे, परंतु इस पर सरकार ने कहा कि वह एक पर्यटक वीजा पर यात्रा कर रहे थे, न कि छात्र वीजा पर।
फैसल जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने आैर इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के सरकार के कदम के सबसे मुखर आलोचकों में से एक हैं। उन्होंने जनवरी में आइएएस की नौकरी यह कहते हुए छोड़ दी थी कि कश्मीर में बेगुनाह लोगों की हत्याएं हो रही हैं आैर भारतीय मुस्लमानों को अलग-थलग किया जा रहा है। उन्होंने साल 2010 में आइएएस में टाॅप किया था।
जम्मू और कश्मीर के पूर्व नौकरशाह शाह फैजल ने भारतीय प्रशासनिक सेवा से इस्तीफा देने के बाद एक राजनीतिक संगठन जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट बनाया था। सीआरपीसी की धारा 107 के तहत शाह फैसल 14 अगस्त से घाटी में बंद हैं। इस समय उन्हें एमएलए हाॅस्टल श्रीनगर में रखा गया है।