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थोक अनाज मंडी बंद होने से लड़खड़ाई खाद्य आर्पूति, किरयाना दुकानों में खत्म होने लगा राशन

Coronavirus Effect in Jammu अब प्रशासन की ओर से जम्मू जिले में कोरोना कर्फ्यू को वीरवार सुबह सात बजे तक बढ़ाया जा चुका है। ऐसे में इस मंडी के तीन दिन और बंद रहने से राशन की किल्लत अधिक गहरा जाएगी।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Mon, 03 May 2021 09:31 AM (IST)Updated: Mon, 03 May 2021 09:31 AM (IST)
थोक अनाज मंडी बंद होने से लड़खड़ाई खाद्य आर्पूति, किरयाना दुकानों में खत्म होने लगा राशन
अधिकतर किरयाना की दुकानें खाली होने लगी है।

जम्मू, जागरण संवाददाता: जम्मू की सबसे बड़ी अनाज मंडी वेयर हाउस-नेहरू मार्केट के चार दिन लगातार बंद रहने से जम्मू शहर समेत लगभग पूरे प्रदेश में खाद्य आपूर्ति की सप्लाई लड़खड़ा गई है। हालत यह है कि शहर की किरयाना की दुकानों में राशन लगभग खत्म हो गया है और अगर अगले दो-तीन दिन में सप्लाई सुचारू नहीं हुई तो लोगों काे आटे-चावल के लिए भी भटकना पड़ सकता है।

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जम्मू में 29 अप्रैल को कोरोना कर्फ्यू लागू हुआ था और उस दिन से यह मंडी बंद पड़ी है। मंडी में अनाज का भंडारण तो पर्याप्त है लेकिन इस लॉकडाउन के दौरान प्रशासन की ओर से मंडी खोलने की इजाजत नहीं दी गई। लॉकडाउन में सुबह छह बजे से लेकर दस बजे तक खुदरा किरयाना दुकानों को खोलने की अनुमति रही और इस दौरान लॉकडाउन के बीच लोगों ने भी जरूरत से ज्यादा राशन की खरीद की। अब आलम यह है कि इन खुदा दुकानों को मंडी से राशन की सप्लाई पहुंच नहीं रही और बिक्री आम दिनों से ज्यादा है। यहीं कारण है कि अधिकतर किरयाना की दुकानें खाली होने लगी है।

जम्मू की वेयर हाउस-नेहरू मार्केट से पूरे जम्मू संभाग के अलावा कश्मीर व लद्दाख में भी राशन की सप्लाई होती है और सूत्रों की माने तो अन्य जिलों में भी राशन की यहीं स्थिति है। अब प्रशासन की ओर से जम्मू जिले में कोरोना कर्फ्यू को वीरवार सुबह सात बजे तक बढ़ाया जा चुका है। ऐसे में इस मंडी के तीन दिन और बंद रहने से राशन की किल्लत अधिक गहरा जाएगी।

इस मंडी के अलावा शहर के खुदरा किरयाना विक्रेता कनक मंडी से सप्लाई लेते थे और यह बाजार भी पिछले चार दिनों से बंद पड़ा है। जम्मू में लॉकडाउन तो पिछले साल भी हुआ था लेकिन इस दौरान खाद्य वस्तुओं की दुकानों को खोलने की अनुमति रही थी। इस कारण राशन सप्लाई चेन बरकरार रही और लोगों को परेशान नहीं होना पड़ा लेकिन इस बार चार दिन के लॉकडाउन में ही सप्लाई चेन टूट गई जिससे राशन की किल्लत गहराने लगी है।

  • हमारी राशन की 80 फीसद दुकानें खाली हो चुकी है। सरकार ने सप्लाई चेन तोड़ दी जिससे यह स्थिति बनी। एक तरफ खुदरा दुकानें खुली है। हमारी दुकानों पर राशन बिक रहा है लेकिन पीछे से थोक मंडिया बंद है। इस कारण हमें सप्लाई नहीं मिल रही। एक खुदरा किरयाना दुकानदारों के पास एक हफ्ते से ज्यादा स्टॉक नहीं होता। लॉकडाउन में लोगों ने भी जरूरत से ज्यादा खरीदारी की है। इसलिए दुकानों में 80 फीसद राशन बिक चुका है। अगर एक-दो दिन में सप्लाई बहाल नहीं हुई तो हमारे पास लोगों को देने के लिए कुछ नहीं बचेगा। सरकार को चाहिए की राशन सप्लाई लाइन को सुचारू करने के लिए थोक मंडिया भी खोले क्योंकि खुदरा दुकानदारों के पास सप्लाई जारी रहेगी, तभी तो वे आगे बेच पाएंगे। - यशपाल गुप्ता, प्रधान फेडरेशन आफ रिटेलर्स एसोसिएशन जम्मू 
  • हमारे पास पर्याप्त राशन रहता हैं? लेकिन लॉकडाउन में हमें दुकानें खोलने की इजाजत नहीं है। हमने कोविड-19 चेन तोड़ने के लिए सबसे पहले अपने स्तर पर वीकेंड लॉकडाउन लगाया था लेकिन सरकार ने जब लॉकडाउन लगाया तो उसमें अनाज मंडियों को खोलने की अनुमति नहीं दी। अब जम्मू में यह लॉकडाउन वीरवार सुबह तक है। अगर यह आगे नहीं बढ़ाया गया तो वीरवार को हमारी मंडी खुलेगी। हमें कई जिलों से दुकानदारों के फोन आ रहे हैं? और लोग राशन सप्लाई की मांग कर रहे हैं? लेकिन हमारे हाथ बंधे है। जब तक प्रशासन अनुमति नहीं देगा, हम सप्लाई कैसे शुरू कर सकते हैं? यह सरकार काे सोचना चाहिए था कि उसे राशन सप्लाई चेन जारी रखने के लिए क्या करना है? - दीपक गुप्ता, प्रधान ट्रेडर्स फेडरेशन वेयर हाउस-नेहरू मार्केट

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