Jammu Kashmir: जिला आयुक्त ने कोरोना संक्रमितों की पहचान में गलती करने पर डॉक्टर सहित 5 निलंबित किए
जम्मू के पुंछ में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पहचान में भ्रम की स्थिति के लिए जिला आयुक्त ने एक डॉक्टर और स्वास्थ्य विभाग के चार अन्य कर्मचारियों को निलंबित कर दिया।
पुंछ, जागरण संवाददाता। जम्मू संभाग के पुंछ जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की वास्तविक पहचान में भ्रम की स्थिति के लिए जिला आयुक्त ने मंगलवार को एक डॉक्टर और स्वास्थ्य विभाग के चार अन्य कर्मचारियों को निलंबित कर दिया।
जिला आयुक्त राहुल यादव द्वारा जारी एक आदेश में कहा गया कि कोरोना वायरस रोगियों की पहचान में जिन लोगों की गलती सामने आ रही है, उनमें एक डॉक्टर व चार अन्य स्वास्थ्य कर्मी शामिल हैं। इन चारों को निलंबित कर दिया गया है और सभी ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी सुरनकोट के कार्यालय में अटैच रहेंगे। निलंबित होने वालों में डॉक्टर आमिर, प्रयोगशाला सहायक मुश्ताक हुसैन, जूनियर सहायक हयात खान, प्रयोगशाला तकनीशियन यासिर अहमद व नसीम आफताब शामिल हैं। जिला आयुक्त ने आदेश में साफ कहा है कि किसी भी प्रकार की लापरवाही को सहन नहीं किया जाएगा।
एसिंप्टोमेटिक कोरोना मरीजों के लिए जिले में दो कोविड केयर सेंटर तैयार
जिला प्रशासन स्वास्थ्य विभाग की मदद से ऊधमपुर में दो कोविड केयर सेंटर स्थापित कर रहा है। दोनों कोविड केयर सेंटरों में 300 बेडों की क्षमता होगी। इन कोविड केयर सेंटरों के शुरू होने के बाद यहां पर लक्षण रहित (एसिंप्टोमेटिक) कोरोना पॉजिटिव मरीजों को जिले में ही रखना संभव हो जाएगा। इससे पहले ऐसे मरीजों को भी जिला स्वास्थ्य विभाग जम्मू भेजता था। इनको स्थापित करने का काम चल रहा है।
कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ ही मरीजों को जिले में उपचार की सुविधा उपलब्ध कराने तथा भविष्य में हर स्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। इसके तहत पहले जिले में तीन कोविड हेल्थ सेंटर बनाए जा चुके हैं। जिले में इस समय जिला अस्पताल ऊधमपुर के अलावा उप जिला अस्पताल रामनगर और उप जिला अस्पताल चिनैनी में कोविड हेल्थ सेंटर स्थापित किए गए हैं। यहां पर कोरोना के लक्षणों वाले संदिग्धों से लेकर हल्के लक्षण वाले कोरोना पॉजिटिव मरीजों को रखकर आवश्यक उपचार दिया जा सकता है।
अब जिला प्रशासन स्वास्थ्य विभाग की मदद से जिले में दो कोविड केयर सेंटर स्थापित कर रहा है। इसमें से एक शेर-ए-कश्मीर पुलिस अकादमी में स्थापित किया जा रहा है, जबकि दूसरा ऊधमपुर के निकटवर्ती गांव बेली में स्वास्थ्य विभाग के जनरल नर्सिग मिडवाइफ (जीएनएम) स्कूल में स्थापित किया जा रहा है। ऊधमपुर के शेर-ए-कश्मीर पुलिस अकादमी में 200 क्षमता का कोविड केयर सेंटर बनाया जा रहा है, जबकि बेली गांव में जीएनएम स्कूल में बनाए जा रहे कोविड केयर सेंटर की क्षमता 100 बेड की है। 24 घंटे निगरानी के लिए डॉक्टर और स्टाफ होंगे जिले में बनाए जा रहे कोविड केयर सेंटरों में आने वाले बिना लक्षण वाले कोरोना पॉजिटिव मरीजों को कोरोना निगेटिव होने तक रखा जाएगा।
इन कोविड सेंटरों में मरीजों की निगरानी व उपचार के लिए डॉक्टर और स्टॉफ होंगे। हर सौ मरीजों पर चार शिफ्टों में डॉक्टर, नर्स और फार्मासिस्ट काम करेंगे। हर शिफ्ट में एक डॉक्टर, एक नर्स और एक फार्मासिस्ट रहेगा। एसिंप्टोमेटिक मरीजों को नहीं भेजना पड़ेगा जम्मू इस समय कोरोना पॉजिटिव एसिंप्टोमेटिक मरीजों को जम्मू भेजा जाता है। एसिंप्टोमेटिक वह मरीज होते हैं जो कोरोना पॉजिटिव तो होते हैं, लेकिन उनमें कोरोना के कोई लक्षण नहीं नजर नहीं आते। इन एसिंप्टोमेटिक मरीजों को भी कोरोना निगेटिव होने तक उपचार व निगरानी के लिए जम्मू भेजा जाता था, मगर ऊधमपुर में कोविड केयर सेंटर बनने के बाद एसिंप्टोमेटिक मरीजों को जम्मू भेजने की बजाए कोविड केयर सेंटर में रख कर कोरोना निगेटिव होने के बाद हो क्वारंटाइन पर घर भेज दिया जाएगा। इससे स्वास्थ्य विभाग को आसानी होगी, इसके अलावा कोरोना पॉजिटिव मरीजों व उनके परिजनों को भी कुछ राहत मिलेगी।
90 फीसद काम पूरा
कोविड केयर सेंटर स्थापित करने के लिए डायरेक्टर हेल्थ सर्विसेज द्वारा नियुक्त किए गए कोविड पर काम कर रहे डिप्टी मेडिकल सुप¨रटेंडेंट विजय रैना ने बताया कि अब कोरोना पॉजिटिव मरीजों को अपने-अपने जिलों में रखे जाने के लिए कहा गया है। इसके चलते एसिंप्टोमेटिक मरीजों को रखने के लिए कोविड केयर सेंटर बनाए जा रहे हैं। इसी कड़ी में ऊधमपुर में दो कोविड केयर सेंटर स्थापित करने का काम अंतिम चरण में है। 90 फीसद काम पूरा कर लिया गया है। अगले कुछ दिनों में दोनों कोविड केयर सेंटर काम करने शुरू कर देंगे। जिले में दोनों कोविड केयर सेंटर पूरी तरह से तैयार हैं।