Coronavirus: कोरोना मुक्त जिला घोषित होने के बाद पुलवामा में पहला पॉजिटिव मामला आया
जिले के तीन संक्रमित मरीजों के ठीक होने के बाद कई दिनों से जब कोई मामला सामने नहीं आया जो प्रशासन ने पुलवामा को कोरोना मुक्त घोषित कर दिया था।
श्रीनगर, जेएनएन। जम्मू-कश्मीर प्रशासन द्वारा दक्षिण कश्मीर के जिला पुलवामा को कोरोना मुक्त घोषित किया गया था। आज दूसरे चरण में जब स्वास्थ्य विभाग ने वहां क्वारंटाइन में रखे मरीजों के सैंपल की जांच की तो वहां पहला संक्रमित मामला सामने आया। हालांकि इससे पहले इस जिले में तीन संक्रमित मामले सामने आए थे परंतु उन तीनों मरीजों को स्वास्थ होने पर छुट्टी दे दी गई। अाज संक्रमित पाया गया मरीज जिले के रोहमू गांव का रहने वाला है और पेशे से ड्राइवर है।
ब्लाक मेडिकल आफिसर राजपोरा डॉ जावेद ने बताया कि जिले के तीन संक्रमित मरीजों के ठीक होने के बाद कई दिनों से जब कोई मामला सामने नहीं आया जो प्रशासन ने पुलवामा को कोरोना मुक्त घोषित कर दिया था। परंतु आज सामने आए इस नए मामले में जिले को एक बार फिर संक्रमितों की सूची में शामिल कर दिया। उन्होंने बताया कि 18 वर्षीय इस युवक की ट्रेवल हिस्ट्री है।
पेशे से ड्राइवर यह युवक हाल ही में दिल्ली से लौटा था। गांव पहुंचने की बात जब प्रशासन के कानों तक पहुंची तो उसे 14 अप्रैल को घर से ले जाकर गांव के एक सरकारी स्कल में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया। उन्होंने कहा कि क्वारंटाइन के दौरान ही उसमें कोरोना के लक्षण देखने को मिल रहे थे, सैंपल की जांच करने पर वह संक्रमित पाया गया। उसके पॉजिटीव पाए जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने युवक के परिजनों को भी आइसोलेट कर दिया है जबकि उसके पड़ोसी जो युवक के दिल्ली से लौटने पर उसके संपर्क में आए थे, को भी क्वारंटाइन कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि हालांकि इस एक मामले के पॉजिटीव आने पर कोई घबराने की बात नहीं है। स्थिति पूरी नियंत्रण में है।
सदन रहे कि जम्मू-कश्मीर प्रदेश में कोरोना संक्रमित मामलों की संख्या 546 पहुंच गई है। इनमें 488 मामले कश्मीर संभाग से हैं। घाटी की बात करें तो वहां सबसे अधिक संक्रमित मामले बांडीपोरा में, उसके बाद श्रीनगर, शोपियां, बारामुला, अनंतनाग, कुपवाड़ा, गांदरबल, बडगाम, कुलगाम और पुलवामा में हैं। अभी तक 164 मरीज स्वस्थ होकर घरों को लौट गए हैं जबकि छह की मौत हो चुकी है। अभी भी प्रदेश के विभिन्न जिलों में 67570 लाेग क्वारंटाइन केंद्रों या फिर घरों में ही निगरानी में हैं।