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Amarnath Yatra 2022: कड़ी सुरक्षा के बीच कल रवाना होगा अमरनाथ श्रद्धालुओं का पहला जत्था, उपराज्यपाल सिन्हा शुभकामनाएं देकर करेंगे रवाना

कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बुधवार की सुबह श्री बाबा अमरनाथ की यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का पहला जत्था रवाना हो जाएगा। इसके लिए सभी प्रबंध कर लिए गए हैं। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा स्वयं जत्थे को झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।

By Vikas AbrolEdited By: Published: Tue, 28 Jun 2022 07:06 PM (IST)Updated: Tue, 28 Jun 2022 07:06 PM (IST)
Amarnath Yatra 2022: कड़ी सुरक्षा के बीच कल रवाना होगा अमरनाथ श्रद्धालुओं का पहला जत्था, उपराज्यपाल सिन्हा शुभकामनाएं देकर करेंगे रवाना
उपराज्यपाल यात्रा को रवाना करने से पहले आधार शिविर में पूजा-अर्चना करेंगे।

जम्मू, राज्य ब्यूरो। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बुधवार की सुबह श्री बाबा अमरनाथ की यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का पहला जत्था रवाना हो जाएगा। इसके लिए सभी प्रबंध कर लिए गए हैं। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा स्वयं जत्थे को झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। अभी तक 3 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने यात्रा में भाग लेने के लिए पंजीकरण करवााया है। श्राइन बोर्ड ने लोगों को भी आधार शिविर में आमंत्रित किया गया है। कोविड संक्रमण के दो साल बाद और केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद पहली बार आयोजित हो रही बाबा अमरनाथ की यात्रा में 30 जून को श्रद्धालु पहला दर्शन करेंगे।

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यात्रा के आधार शिविर भगवती नगर से ही इस बार सभी श्रद्धालुओं को यात्रा में जाना अनिवार्य किया गया है। पंजीकरण करवाने वाले सभी यात्रियों को उनकी सुरक्षा के लिए आरएफडीआइ कार्ड दिए गए हैं। यह कार्ड दिखाने के बाद ही आधार शिविर में यात्रियों को जाने की अनुमति दी जा रही है। पहला जत्था बुधवार तड़के पौने चार बजे मंत्रोच्चारण के बीच दर्शनों के लिए रवाना होगा। उपराज्यपाल यात्रा को रवाना करने से पहले आधार शिविर में पूजा-अर्चना करेंगे।

श्राइन बोर्ड के पदाधिकारियों के अलावा बड़ी संख्या में पुलिस और सिविल प्रशासन के अधिकारी भी इस दौरान मौजूद रहेंगे। जत्था वाहनों के काफिले के रूप में गांदरबल जिले के बालटाल तथा अनंतनाग जिले के पहलगाम आधार शिविर के लिए रवाना होगा। यात्रा में शामिल होने वाले सभी वाहनों की ट्रैकिंग होगी। इसके लिए रेडियो फ्रीक्वेंसी टैग वाहनों पर लगाए जाएंगे। यात्रियों की सुरक्षा के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस के अलावा सीआरपीएफ, सेना, सशस्त्र सीमा बल और आइटीबीपी के जवानों को भी तैनात किया गया है।

बाबा अमरनाथ श्राइन बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार हर दिन जत्थे में 20 हजार श्रद्धालुओं को जाने की अनुमति होगी। बालटाल और पहलगाम दोनों ही मागों से 10-10हजार श्रद्धालुओं काो दर्शनों के लिए हर दिन छोड़ा जाएगा ताकि भवन में भीड़ न हो और किसी भी प्रकार की कोई अप्रिय घटना न घटे। वहीं इस बार बालटाल ओर पहलगाम के अलावा श्रीनगर से भी बाबा अमरनाथ के लिए सीधे हेलीकाप्टर सुविधा उपलब्ध करवाई गई है। वहीं जो यात्री पहले पंजीकरण नहीं करवा सके हैं, वे तत्काल पंजीकरण भी करवा सकते हैं। हर दिन श्राइन बोर्ड की ओर से तत्काल पंजीकरण के लिए कोटा भेजा जाता है। उसी के अनुसार बालटाल और पहलगाम मागों पर यात्रा के लिए पंजीकरण करवाया जाता है।


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