Jammu: किसानों के लिए राहत भरी खबर, इसी माह जम्मू आएंगे डीएपी खाद के दो रैक
रबी सीजन में किसानों को गेहूं की बिजाई करनी है बीज उपलब्ध है व खेत में नमी बराबर है। डीएपी खाद की कहीं भी उपलब्धता नहीं होने से किसानों की परेशानियां बढ़ी हुई हैं। अक्टूबर माह से जम्मू में खाद का कोई भी रैक नही लग पाया है।
जम्मू, जागरण संवाददाता: गेहूं की बिजाई के लिए खाद का इंतजार कर रहे किसानों के लिए राहत भरी खबर है। इसी माह डीएपी खाद के दो रैक जम्मू में आने की संभावना बनी है। पहला रैक इफको खाद का होगा जो कि 27 नवंबर को जम्मू लग सकता है। दूसरा रैक चंबल खाद का है जो कि 29 नवंबर को जम्मू में आ सकता है।
दोनों रैक के जरिए 6200 मीट्रिक टन खाद जम्मू में पहुंच जाएगी और किसानों में बनी खाद की कमी काफी हद तक दूर हो जाएगी। कृषि विभाग के लॉ इंफोर्समेंट विंग के उप निदेशक रोशन लाल ने कहा कि कांडला में पहले रैक के लिए मालगाड़ी में खाद की लदाई हो गई है। साथ ही साथ दूसरे रैक का भी काम शुरू किया जा रहा है। पंजाब में किसान आंदोलन के कारण ही खाद की आवक थम गई थी।
मगर अब इसे सुचारुकराया जा रहा है। किसानों से आग्रह है कि वे अपने खेत एकदम तैयार रखें और बीज का बंदोबस्त कर लें। जम्मू में खाद का रैक लगते ही बड़े पैमाने पर इसका वितरण किया जाएगा। रबी सीजन में किसानों को गेहूं की बिजाई करनी है, बीज उपलब्ध है व खेत में नमी बराबर है। डीएपी खाद की कहीं भी उपलब्धता नहीं होने से किसानों की परेशानियां बढ़ी हुई हैं। अक्टूबर माह से जम्मू में खाद का कोई भी रैक नही लग पाया है।
अभी दो सप्ताह हो सकती है गेहूं की बिजाई कृषि विशेषज्ञ अमरीक सिंह का कहना है कि अब तो सीजन काफी हद तक गुजर चुका है। लेकिन लेट वैरायटी के बीज से अभी अगले दो सप्ताह तक गेहूं की बिजाई की जा सकती है। इसलिए डीएपी खाद पहुंचते ही किसान खेतों में जुट जाएं। जम्मू संभाग में 2.73 लाख हेक्टेयर भूमि पर गेहूं की खेती की जाती है। इसके लिए 10 हजार मीट्रिक टन डीएपी खाद की तो तुरंत जरूरत है।
कृषि के जानकारों का कहना है कि दो रैक खाद जम्मू में लग जाए तो काफी हद तक दिक्कत दूर हो जाएगी। गेहूं की बिजाई का काम पूरा हो जाएगा।