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29 फरवरी : इन मासूमों के लिए यादगार दिन

श्री महाराजा गुलाब सिंह अस्पताल में शनिवार को एक सौ के करीब बच्चों ने जन्म लिया तो गांधीनगर अस्पताल सरवाल अस्पताल और कुछ निजी नर्सिंग होम में भी पचास से अधिक बच्चों ने जन्म लिया।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Sun, 01 Mar 2020 11:50 AM (IST)Updated: Sun, 01 Mar 2020 11:50 AM (IST)
29 फरवरी : इन मासूमों के लिए यादगार दिन
29 फरवरी : इन मासूमों के लिए यादगार दिन

जम्मू, राज्य ब्यूरो । चार साल बाद आने वाला फरवरी का महीना एक अनूठा संयोग लाता है। इसमें फरवरी के 29 दिन होते हैं। यह दिन कइयों के लिए ताउम्र यादगार बनकर रह जाता है। शनिवार को भी कई परिवारों के लिए यह दिन खुशी लेकर आया। कइयों के घर बेटे तो कइयों के घर बेटियों ने जन्म लिया। यह बच्चे परिजनों के लिए इस लिए विशेष है कि इनके जन्मदिन चार साल बाद होते हैं।

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जम्मू के श्री महाराजा गुलाब सिंह अस्पताल में शनिवार को एक सौ के करीब बच्चों ने जन्म लिया तो गांधीनगर अस्पताल, सरवाल अस्पताल और कुछ निजी नर्सिंग होम में भी पचास से अधिक बच्चों ने जन्म लिया। इनमें एक परिवार ऐसा था जिसके घर रात को ठीक बारह बजे बेटी ने जन्म लिया। यह परिवार रामबन जिले के राजगढ़ तहसील का रहने वाला है। गुड्डो देवी के घर बेटी ने श्री महाराजा गुलाब सिंह अस्पताल में रात को बारह बजे जन्म लिया। पूरा परिवार इससे खुश है। बेटी के पिता ओंकार चंद ने बताया कि पहले उन्हें यह अहसास नहीं था कि बेटी का जन्मदिन चार साल बाद आएगा लेकिन जब जानकारी मिली तो लगा कि बेटी उनके लिए बहुत खास है।

उन्होंने कहा कि बेटी का जन्म रात को बारह बजे हुआ। हर साल वह जन्मदिन मनाएंगे। वहीं इसी अस्पताल में शनिवार को कठुआ जिले के बनी के रहने वाली ताहिरा के घर में भी बेटे ने जन्म लिया। अस्पताल में जन्म लेने के बाद पिता माेहम्मद अख्तर और मां दोनों खुश थे। उनका कहना था कि आज का दिन उनके लिए यादगार है। बच्चा उनके लिए ढेर सारी खुशियां लेकर आया है। बेटे के जन्मदिन का इंतजार बेशक लंबा होगा लेकिन यादगार होगा। एसएमजीएस अस्पताल में ही जम्मू की बबिता के घर में बेटी ने जन्म लिया। बबिता, उनकीे पति महेश पांडे व अन्य परिजन सभी खुश थे। अस्पताल के वार्ड नंबर चार में भर्ती बबिता के परिजनों ने कहा कि बच्ची के जन्म के बाद पूरे परिवार में खुशी है। अस्पताल के स्टाफ सदस्यों का कहना था कि चार साल के बाद ऐसी घड़ी आती है और इस दिन यहां पर जन्म लेने वाले बच्चों के लिए यह दिन बहुत विशेष हो जाता है। पंडितों के अनुसार, इस दिन पैदा होने वाले बच्चे भाग्यशाली होते हैं। 


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