Jammu: फ्लोरिकल्चर डेवलपमेंट नर्सरी से प्रेरणा ले रहे किसान, आम लोगों के लिए है आकर्षण का केंद्र
नर्सरी में डेढ़ दर्जन किस्म के फूल व सजावटी पौध इस समय पल रहे हैं। नर्सरी के इंचार्ज जे सी रैना का कहना है कि नर्सरी में जैविक खेती भी शामिल है। किसानों के लिए यह एक माडल है जहां किसानों को बहुत कुछ सीखने का मौका मिलता है।
जम्मू, जागरण संवाददाता: कृषि विभाग द्वारा तालाब तिल्लो कृषि मुख्यालय परिसर में बनाई गई फ्लोरिकल्चर डेवलपमेंट नर्सरी किसानों व आम लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बन रही है। 24 कनाल में फैली इस नर्सरी में विभिन्न भांति के फूलों के पौधों को जगह दी गई है तो वहीं सजावटी पौधों को भी बखूबी से लगाया गया है।
यह नर्सरी देखने में बेहद आकर्षक है और शानदार बाग की तरह प्रतीत होती है। आए दिन यहां पर किसान पहुंच रहे हैं और फूलों व सजावटी पौधों के लगाने की तकनीक के बारे में जानकारी पा रहे हैं।
नर्सरी बनाने का मकसद यही है कि किसानों को बताया जा सके कि आम खेती के साथ साथ वे अपनी आमदनी बढ़ाने के लिए किस तरह का काम कर सकते हैं। कृषि विभाग की यह नर्सरी पूरी तरह से हाई टेक है। कुछ पौधों को नियंत्रित तापमान में तैयार किया गया है। वहीं शेड नेट का का भी बखूबी से इस्तेमाल किया गया है। किसानों को प्रेरित करने के लिए इस नर्सरी में आने का मौका दिया जाता है जहां उनको फूलों व सजावटी पौधों की किस्माें में बारे में भरपूर जानकारी दी जाती है।
नर्सरी में डेढ़ दर्जन किस्म के फूल व सजावटी पौध इस समय पल रहे हैं। नर्सरी के इंचार्ज जे सी रैना का कहना है कि नर्सरी में जैविक खेती भी शामिल है। किसानों के लिए यह एक माडल है जहां किसानों को बहुत कुछ सीखने का मौका मिलता है। हम किसानों को बताते हैं कि बिना रसायन खाद डाले किस तरह से खेती हो सकती है। वहीं कीट प्रबंधन के बारे में भी किसानों को बखूबी से जानकारी दी जाती है।
फ्लोरिकल्चर डेवलपमेंट नर्सरी देखने गए किसान रमेश लाल ने बताया कि सच में नर्सरी देखकर मजा आया। काफी कुछ सीखा और इसे जमीन पर वे जरूरत उतारेंगे ।