Jammu Farmers: समितियां बनाकर उन्नति की राह पर बढ़ रहे जम्मू के किसान
अब तो किसानों ने फार्मस प्रोड्यूसर आर्गेनाइजेशन भी बना ली है। जो कृषि विभाग समेत दूसरे विभागों से सीधी जुड़ी हैं। इस आर्गेनाइजेशन से जुड़कर किसान अपनी दिक्कतों का समाधान निकाल रहे हैं। साथ में अपने कृषि उत्पादों की मार्केटिंग की राह भी निकाल रहे हैं।
जम्मू, जागरण संवाददाता: किसान अब पहले जैसा नहीं रहा, दिन-प्रतिदिन बदल रहा है। अब उसे मार्केट का पूरा ज्ञान होने लगा है। अपने कृषि उत्पाद के सही दाम पाने के तरीकों से भी अवगत होने लगा है। आज किसानों को मालूम होने लगा है कि वे जब तक समूह में अपना काम नहीं करेंगे, उनका भला संभव नहीं। यही कारण है कि जम्मू में इन दिनों किसान समूह बनाने में जुटे हैं। सहकारी समितियां तो बन ही रही हैं, महिलाएं भी सेल्फ हेल्प ग्रुप बनाकर खेती के काम को मिलकर आगे बढ़ाने में जुटी हुई हैं। इससे इन किसानों की राह और आसान हो रही हैं।
अब तो किसानों ने फार्मस प्रोड्यूसर आर्गेनाइजेशन भी बना ली है। जो कृषि विभाग समेत दूसरे विभागों से सीधी जुड़ी हैं। इस आर्गेनाइजेशन से जुड़कर किसान अपनी दिक्कतों का समाधान निकाल रहे हैं। साथ में अपने कृषि उत्पादों की मार्केटिंग की राह भी निकाल रहे हैं।
कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि जम्मू-कश्मीर मेें छोटे दर्जे के किसानों की संख्या ज्यादा है। इनके पास बहुत ज्यादा जमीन नहीं रहती। ऐसे में इन किसानों को समूह में ही काम करना चाहिए। इससे उनका खेती खर्च तो घटेगा ही वहीं मार्केटिंग की वे राह भी निकाल पाएंगे। किसान इस दिशा में अब आगे बढ़ रहा है। वहीं उन्नत किसान कुलदीप राज का कहना है कि किसान फार्मस प्रोडयूसर आर्गेनाइजेशन से जुड़ने लगा है।
खेती में काम करने वाला किसान अब नए जमाने की तकनीक से काम तो करने ही लगा है, वहीं समूह व समितियां बनाने लगा है। इससे आने वाले समय में अच्छे परिणाम आएंगे। इन दिनों जम्मू क्षेत्र मेंं महिला किसान भी समूह बनाकर खेती का काम कर रही हैं। गांव धूरियां में 30 महिलाओं का सेल्फ हेल्प ग्रुप जैविक तरीके से सब्जी उत्पादन का काम कर रहा है। इस ग्रुप से कृषि निदेशक ने भी मुलाकात की और महिलाओं के प्रयासों की सराहना की। इस ग्रुप को हर संभव तकनीकी सहायता देने का भी आश्वासन दिलाया गया।