धान की बर्बाद फसल का मुआवजा नहीं मिलने पर भड़के किसान
सरकार ने सर्वे करवाकर वादा किया था कि किसानों के बैंक खाते में जल्द मुआवजा राशि डाल दी जाएगी लेकिन अब तक एक पैसा भी नहीं आया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार लगातार किसान विरोधी रवैया अपना रही है।
संवाद सहयोगी, आरएसपुरा : पिछले साल अक्टूबर माह में भारी बारिश और ओलावृष्टि से आरएसपुरा क्षेत्र में बर्बाद हुई धान की फसल का अब तक सरकार की तरफ से मुआवजा नहीं देने पर वीरवार को क्षेत्र के स्लैड गांव के किसान सड़क पर उतर आए।
उनका कहना था कि सरकार ने कहा था कि नुकसान का आकलन करने के बाद किसानों को मुआवजा जारी कर दिया जाएगा, लेकिन तीन माह से ज्यादा समय बीतने के बाद भी उन्हें मुआवजा नहीं मिला है। ऐसे में उनको सड़क पर उतरना पड़ रहा है। इस दौराना किसानों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे पूर्व सरपंच तिलकराज ने कहा कि बारिश और ओलावृष्टि से अक्टूबर माह में आरएसपुरा के कई गांवों में किसानों की सौ प्रतिशत धान की फसल बर्बाद हो गई थी। सरकार ने सर्वे करवाकर वादा किया था कि किसानों के बैंक खाते में जल्द मुआवजा राशि डाल दी जाएगी, लेकिन अब तक एक पैसा भी नहीं आया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार लगातार किसान विरोधी रवैया अपना रही है।
इसी रवैये के चलते दिल्ली की सीमा पर किसानों को एक साल से ज्यादा समय तक आंदोलन करना पड़ा। यही रवैया केंद्रशासित प्रदेश जम्मू कश्मीर के किसानों के साथ भी भाजपा सरकार अपना रही है। ऐसे में अब उनको भी सड़क पर उतरना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि यदि जल्द सरकार ने मुआवजा राशि नहीं जारी की तो क्षेत्र के अन्य गांवों के किसानों के साथ आंदोलन शुरू किया जाएगा।
प्रदर्शन करने वाले किसानों का कहना था कि उनमें से कई लोगों ने कर्ज लेकर फसल लगाई थी। ऐसे में फसल बर्बाद होने से उनकी आर्थिक हालत खराब हो गई है।