Jammu : किसानाें की RS Pura क्षेत्र को Basmati zone घोषित करने की मांग
जम्मू के आरएस पुरा क्षेत्र को बासमती बासमती बेल्ट घोषित किए जाने की किसानों ने मांग की है। अखनूर से लेकर कठुआ तक जाने वाली सीमांत पट्टी पारंपरिक बासमती के लिए पहचानी जाती है। यहां पर उत्पदित होने वाली बासमती अव्वल दर्जे की है। लगातार अनदेखी के चलते किसान परेशान।
जम्मू, जागरण संवाददाता । जम्मू के आरएस पुरा क्षेत्र को बासमती बासमती बेल्ट घोषित किए जाने की किसानों ने मांग की है। अखनूर से लेकर कठुआ तक जाने वाली सीमांत पट्टी पारंपरिक बासमती के लिए पहचानी जाती है। यहां पर उत्पदित होने वाली बासमती अव्वल दर्जे की है। लेकिन लगातार हो रही अनदेखी के चलते किसान परेशान हैं।
पिछले पांच सात साल से किसानों को बासमती धान के उचित दाम ही नही मिल पाए हैं। इससे किसान हताश हैं। उनका कहना है कि बासमती बेल्ट घोषित होने के बाद प्रशासन हर संभव सुविधा इस बासमती बेल्ट को देगी जिससे किसानों को राहत मिलेगी। किसानों का कहना है कि इस मिट्टी में ही कुछ ऐसी खासियत है कि यहां पर उगने वाली देसी बासमती में जो स्वाद बना, वह कही नही बन पाया। इसलिए आरएस पुरा क्षेत्र की बासमती देश में खास है। यहां के किसान दशकों से पारंपरिक खेती करते आ रहे हैं और अपना ही बीज इस्तेमाल करते हैं। अब इसी बीच को और बेहतर कर किसानों को उपलब्ध कराया जाता है।
किसान राजेंद्र प्रसाद का कहना है कि आरएस पुरा की जलवायु, मिट्टी व साथ में चिनाब नदी के पानी का ही जादू है कि बासमती में महक व स्वाद बना है जोकि अन्य बासमती में नही। यहां की बासमती बीज को अन्य राज्यों में भी लगाया गया। फसल तो हुई मगर वो स्वाद नही बन पाया। इसलिए अगर कुदरत ने हमें बेहतर भूमि दी है तो उसका संरक्षण करना आज जरूरी है।
हमारी प्रशासन से अपील है कि आरएस पुरा क्षेत्र को बासमती क्षेत्र घोषित कर किसानों को बासमती का समर्थन मूल्य दिलाया जाए। वहीं किसान कुलभूषण खजुरिया ने कहा कि किसान बासमती धान को बढ़ावा देने के लिए बड़े बड़े सेमिनार करती है लेकिन इससे ही संरक्षण नही हो पाएगा। हमें किसानों को सही मायने में लाभ देना है और वह आरएसपुरा क्षेत्र को बासमती क्षेत्र घोषित करके ही हो सकता है।