किसानों की मांग है कि सरकार जल्द जमीन का रिकॉर्ड ऑनलाइन करें
किसानों की मांग है कि सरकार जल्द जमीन का रिकॉर्ड ऑनलाइन करें। उनको जमीन संबंधी काम के लिए पटवारियों व राजस्व विभाग का मोहताज होना पड़ रहा है।
आरएसपुरा, संवाद सहयोगी। क्षेत्र के किसानों की मांग है कि सरकार जल्द जमीन का रिकॉर्ड ऑनलाइन करें। किसानों का कहना है कि आज भी उनको जमीन संबंधी काम के लिए पटवारियों व राजस्व विभाग का मोहताज होना पड़ रहा है। तहसील कार्यालय के बार-बार चक्कर काटने को मजबूर होना पड़ता है।
किसानों की शिकायत है कि अगर सरकार जमीन का रिकॉर्ड ऑनलाइन करती है तो उनको घर बैठे ही भूमि संबंधी रिकॉर्ड के बारे में जानकारी मिल सकती है। राजस्व संबंधी रिकॉर्ड के ऑनलाइन होने से किसानों व जमीनी मालिकों को अपनी भूमि संबंधी जानकारी आसानी से उपलब्ध हो सकेगी। ऑनलाइन रिकॉर्ड के जरिए किसान दर्ज फसल, रकबा, खसरा, नक्शा आदि की जानकारी नि:शुल्क देख सकेंगे।
किसान ऑनलाइन जाकर अपने रिकॉर्ड का अवलोकन कर सकते हैं। किसी प्रकार की त्रुटि न हो या गलती पाए जाने पर आवेदन देकर त्रुटि को दुरूस्त करा सकते है। इसके लिए सरकार को जमीन का रिकॉर्ड जल्द ऑनलाइन करने की प्रक्रिया को पूरा करना चाहिए। किसान नेता चौ. मोहन सिंह का कहना है कि काफी बार सरकार ने इस बात को रखा है कि जल्द ही जमीन के रिकॉर्ड को ऑनलाइन किया जाएगा, पर इसमें अभी तक कुछ नहीं हुआ है। सरकार को चाहिए कि वह इसमें तेजी लाए।
सीमांत किसान रोशन लाल, पवन कुमार, मदन लाल, कमल कुमार आदि का कहना है कि रजस्व संबंधी रिकॉर्ड ऑफलाइन होने के कारण किसानों को जमीन संबंधी रिकॉर्ड में त्रुटि देखने या सुधार कराने के लिए राजस्व विभाग व पटवारियों पर निर्भर रहना पड़ता है। जिसके कारण उन्हें बार-बार तहसील कार्यालय के चक्कर भी काटने पड़ते हैं। कई बार किसानों का इससे नुकसान भी होता है। किसानों का कहना है अगर रिकॉर्ड ऑनलाइन हो तो इससे उनको सभी जानकारी मिलने के साथ बैंक लोन सहित अन्य सुविधा लेने में भी लाभ होगा। सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए।
फिलहाल इसको लेकर काम चल रहा है। आरएसपुरा में लगभग जमीन रिकॉर्ड की स्कैं¨नग हो रही है। आने वाले कुछ समय में जमीन की ऑनलाइन प्रक्रिया को पूरा कर लिया जाएगा।
- कपिलकांत खजुरिया, तहसीलदार आरएसपुरा