Terrorism in Jammu Kashmir: बड़ी साजिश नाकाम, कार से कश्मीर हथियार ले जा रहे TRF के दो आतंकी गिरफ्तार
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने नव वर्ष पर प्रदेश में बड़ी आतंकी वारदात की साजिश को नाकाम बना दिया। शुक्रवार शाम पुलिस ने जम्मू के नरवाल क्षेत्र में कश्मीर की तरफ जा रही एक आल्टो कार में सवार आतंकी संगठन द रजिस्टेंस फोर्स के दो आतंकियों को गिरफ्तार कर लिया।
जम्मू, जागरण संवाददाता: जम्मू कश्मीर पुलिस ने नव वर्ष पर प्रदेश में बड़ी आतंकी वारदात की साजिश को नाकाम बना दिया। शुक्रवार शाम पुलिस ने जम्मू के नरवाल क्षेत्र में कश्मीर की तरफ जा रही एक आल्टो कार में सवार आतंकी संगठन द रजिस्टेंस फोर्स (TRF) के दो आतंकियों को गिरफ्तार कर लिया। इन आतंकियों से भारी मात्रा में हथियारों की खेप भी बरामद की गई है।
गिरफ्तार आतंकियों की पहचान रईस अहमद डार पुत्र गुलाम हसन डार निवासी काजीगुंड और सबजार अहमद शेख पुत्र गुलाम अहमद शेख निवासी अशमुजी, कुलगाम के रूप में हुई है। दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर कड़ी पूछताछ की जा रही है। पुलिस के अनुसार, पकड़ा गया आतंकी रईस पहले भी चार आतंकी वारदात में वांछित था।
पुलिस के अनुसार, शुक्रवार शाम करीब साढ़े पांच बजे जम्मू कश्मीर पुलिस के स्पेशल आपरेशन ग्रुप (SOG) ने जम्मू शहर के नरवाल क्षेत्र में नाका लगाया था। इस दौरान एक सफेद रंग की आल्टो कार नंबर जेके18ए-9967 को जांच के लिए रोका गया।
इसपर कार में सवार दोनों आतंकी घबरा गए। जांच की गई तो कार की तलाशी लेने पर भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गए। इसके बाद दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने दोनों की गिरफ्तारी से टीआरएफ के माड्यूल को ध्वस्त करने का दावा किया है। हालांकि अभी आतंकियों के नेटवर्क के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
ये हुई बरामदगी :
- 1 एके सीरीज की राइफल
- 1 पिस्टल
- 2 मैगजीन एके सीरीज की
- 60 एके राइफल की गोलियां
- 15 पिस्टल राउंड
बड़ा सवाल, हथियार कहां से आए : सूत्रों के अनुसार, पकड़ी गई आल्टो कार राज्य के बाहर से आई थी और कश्मीर जा रही थी। कार में हथियार कहां से छिपाए गए और आतंकी कहां गए थे। सुरक्षा एजेंसिया इसकी पड़ताल में जुट गई हैं।
दो आतंकियों की तलाश : सूत्रों के अनुसार, जिस कार से हथियार बरामद हुए हैं, उसमें कुल चार लोग सवार थे। रईस और सबजार तो पकड़े गए, लेकिन दो अन्य मौके से भाग निकले, जिनकी तलाश की जा रही है। हालांकि पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की।
पहले भी आतंकियों का रूट रहा है जम्मू-श्रीनगर हाईवे : आतंकी अपनी नापाक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए अक्सर जम्मू-श्रीनगर हाईवे का इस्तेमाल करते रहे हैं। पिछले माह 19 नवंबर को इसी हाईवे पर बन टोल प्लाजा पर हुई मुठभेड़ में चार आतंकी मारे गए थे। ये आतंकी भी सांबा सेक्टर से सीमा पार करने के बाद जम्मू-श्रीनगर हाईवे से कश्मीर जा रहे थे। इससे पहले भी इस हाईवे पर कई मुठभेड़ हो चुकी हैं।