जम्मू: श्री माता वैष्णो देवी यूनिवर्सिटी में डोगरी व योग विभाग की स्थापना जरूरी
डोगरी संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल है और जम्मू-कश्मीर की राजभाषा भी है। ऐसे में श्री माता वैष्णो देवी को भी चाहिए कि स्थानीय भाषा के प्रोत्साहन के लिए आगे आए। किसी भी विश्वविद्यालय का स्थानीय लोगों को विशेष लाभ होना ही चाहिए।
जम्मू, जागरण संवाददाता : श्री कैलख ज्योतिष एवं वैदिक संस्थान ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत रोहित शास्त्री ने श्री माता वैष्णो देवी यूनिवर्सिटी ककरेयाल, कटड़ा के कुलपति प्रो. रविन्द्र कुमार सिन्हा से उनके कार्यालय में शिष्टाचार भेंट कर उन्हें ज्ञापन सौंपा और कहा कि श्री माता वैष्णो देवी यूनिवर्सिटी में डोगरी एवं योग विभाग की स्थापना की जाए।डोगरी और योग विभाग की स्थापना होने से कटड़ा, ऊधमपुर, डोडा, रामबन, किश्तवाड़, रियासी आदि पहाड़ी एवं दूरदराज़ इलाकों के छात्रों को लाभ होगा।
डोगरी संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल है और जम्मू-कश्मीर की राजभाषा भी है। ऐसे में श्री माता वैष्णो देवी को भी चाहिए कि स्थानीय भाषा के प्रोत्साहन के लिए आगे आए। किसी भी यूनिवर्सिटी का स्थानीय लोगों को विशेष लाभ होना ही चाहिए। महंत रोहित शास्त्री ने कहा कि श्री माता वैष्णो देवी यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. रविन्द्र कुमार सिन्हा के आदर्शों के अनुरूप ही विश्वविद्यालय आगे बढ़ रहा है।
निश्चित रूप से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की दिशा में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। दिन-प्रतिदिन यूनिवर्सिटी प्रगति पथ पर अग्रसर है। इसके लिए समस्त यूनिवर्सिटी परिवार बधाई का पात्र है। अगर यहां डोगरी और योग विभाग भी खुल जाए तो जम्मू-कश्मीर के युवाओं के अलावा दूसरे क्षेत्रों से पढ़ने के लिए आने वालों को भी काफी लाभ होगा।