Pampore Encounter : सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ शुरू, दो नागिरक घायल
दक्षिण कश्मीर के पांपोर में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई है। दोनों ओर से फायरिंग जारी है। अन्य विवरण प्रतीक्षरत हैं। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार दक्षिण कश्मीर के पांपोर के मीज इलाके में सुरक्षाबलों को आतंकवादियों के छिपे होने की सूचना मिली।
जम्मू, जेएनएन। दक्षिण कश्मीर के पांपोर में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई है। दोनों ओर से जारी फायरिंग में दो स्थानीय नागरिकों के भी घायल होने के समाचार है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, दक्षिण कश्मीर के पांपोर के मीज इलाके में सुरक्षाबलों को आतंकवादियों के छिपे होने की सूचना मिली। इसके तुरंत बाद सेना की राष्ट्रीय राइफल्स, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस के स्पेशल अॉपरेशन ग्रुप के साथ संयुक्त अभियान चलाते हुए पूरे क्षेत्र में घेराबंदी कर दी। इसी दौरान एक जगह पर छिपे आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग करना शुरू कर दी। इसके तुरंत बाद सुरक्षाबलों ने मोर्चा संभालते हुए आतंकवादियों के छिपे ठिकाने को पूरी तरह से घेर लिया है। सुरक्षाबलों ने सबसे पहले आतंकवादियों को आत्मसमर्पण करने को कहा। आतंकवादियों ने इसे अनसुना कर सुरक्षाबलों ने फायरिंग करना शुरू कर दी। सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए आतंकवादियों के खिलाफ फायरिंग करना शुरू कर दी है। दोनों ओर से अभी भी फायरिंग जारी है।इस फायरिंग में दो स्थानीय नागरिक भी घायल हो गए हैं। उन्हें तुरंत उपचार के लिए नजदीकी अस्पताल ले जाया गया है। उनकी पहचान आबिद नबी और कियाफत अहमद के रूप में हुई है। क्षेत्र में जिस जगह पर आतंकवादी छिपे हैं उस जगह के चारों और सुरक्षाबलों द्वारा बड़ी-बड़ी फल्ड लाइट लगाकर आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई जारी है।
यहां यह बताना जरूरी है कि गत सप्ताह केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक दिलबाग सिंह ने खेल के एक कार्यक्रम के दौरान साफ कर दिया था कि कश्मीर घाटी में अब आतंकवाद अपनी अंतिम सांसे ले रहा है। कश्मीर में सर्दियों के दिनों में भी पाकिस्तान की शह पर आम मासूम नागरिकों को निशाना बनाने वाले विदेशी और स्थानीय आतंकवादियों के खिलाफ ऑपरेशन ऑलआउट भी जारी रहेगा।
कश्मीर में इस वर्ष अक्टूबर महीने के अंत तक 200 के करीब आतंकवादियों को सुरक्षाबलों को मार गिराने में सफलता हासिल हुई है। सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स, भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवानों ने संयुक्त अभियान चलाते हुए जून महीने में सबसे अधिक 49 आतंकवादियों के नापाक मंसूबों को असफल करते हुए उनको मौत के घाट उतारा जो पिछले वर्ष की तुलना में दोगुना है। गत वर्ष 2019 में सुरक्षाबलों ने कश्मीर घाटी में सक्रिय हिजबुल मुजाहिदीन और अन्य आतंकवादी संगठनों के 157 आतंकवादियों को मार गिराया था। अप्रैल 2020 में सुरक्षाबलों ने 28 आतंकवादियों और जुलाई व अक्टूबर महीने में 21-21 आतंकवादियों को मार गिराने में सफलता हासिल हुई है।