Move to Jagran APP

वैष्णो देवी भवन पर आठ और पुजारी कोरोना संक्रमित, 16 अगस्त से शुरू होने वाली यात्रा पर संशय

वैष्णो देवी भवन पर पुजारी विंग के आठ कर्मचारी संक्रमित पाए जाने से प्रशासन चिंतित है। भवन परिसर के साथ अन्य क्षेत्र बफर जोन या कंटेनमेंट जोन घोषित करने पर गंभीरता से मंथन जारी है।

By Tilak RajEdited By: Published: Thu, 13 Aug 2020 06:12 AM (IST)Updated: Thu, 13 Aug 2020 10:15 AM (IST)
वैष्णो देवी भवन पर आठ और पुजारी कोरोना संक्रमित, 16 अगस्त से शुरू होने वाली यात्रा पर संशय
वैष्णो देवी भवन पर आठ और पुजारी कोरोना संक्रमित, 16 अगस्त से शुरू होने वाली यात्रा पर संशय

कटड़ा, जागरण संवाददाता। श्री माता वैष्णो देवी भवन पर बुधवार को आठ और पुजारी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। पिछले दो दिन में 12 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड प्रशासन ने इन लोगों के संपर्क में आए कर्मचारियों के टेस्ट और सैनिटाइजेशन का काम तेज कर दिया है। ऐसे हालात में 16 अगस्त से शुरू होने वाली श्री माता वैष्णो देवी की यात्रा पर संशय पैदा हो गया है।

loksabha election banner

श्राइन बोर्ड ने पिछले एक सप्ताह से कटड़ा से भवन तक सैनिटाइजेशन सहित अपने सभी कर्मचारियों और पुजारियों के कोरोना टेस्ट की जांच शुरू कर रखी है। गत मंगलवार को वैष्णो देवी के भवन पर तीन भजन गायक व सिक्योरिटी में तैनात एक जवान कोरोना संक्रमित पाया गया था। बुधवार को भी भवन पर नियुक्त दो कथा पुजारी तथा छह अन्य पुजारी पॉजिटिव पाए गए। इनमें से कुछ को श्राइन बोर्ड के नारायणा अस्पताल में और कुछ कर्मचारियों को पैंथल स्थित आइसोलेशन वार्ड में रेफर कर दिया गया है।

यात्रा पर संशय

अगर प्रशासन भवन परिसर व आसपास के क्षेत्र को बफर जोन या कंटेनमेंट जोन घोषित कर देता है, तो श्राइन बोर्ड के लिए 16 को यात्रा शुरू चुनौतीपूर्ण हो जाएगा। गौरतलब है कि प्रशासन ने फिलहाल प्रतिदिन जम्मू कश्मीर के पांच हजार श्रद्धालुओं को यात्रा की अनुमति देने का फैसला किया है। इनमें 500 श्रद्धालु अन्य राज्यों के भी शामिल हो सकते हैं। बशर्ते सभी को प्रशासन की ओर से जारी दिशा-निर्देशों का पूरी तरह पालन करना होगा।

ये हैं यात्रा के नियम

उल्‍लेखनीय है कि वैष्णो देवी यात्रा 16 अगस्त से शुरू हो रही है। फिलहाल, प्रतिदिन अधिकतम पांच हजार श्रद्धालु ही यात्रा पर जा सकेंगे। इनमें दूसरे राज्यों के अधिकतम 500 श्रद्धालु शामिल हो सकते हैं। माता के भवन में एक समय में 600 से अधिक श्रद्धालुओं को इकट्ठे होने की इजाजत नहीं होगी। प्रदेश प्रशासन ने मंगलवार को राज्य के धार्मिक स्थलों को खोलने के साथ स्पष्ट और सख्त स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर (एसओपी) जारी कर दी है। प्रदेश के हर जिले में धार्मिक स्थल खोलने की इजाजत दी गई है। इसके बाद अब श्री माता वैष्णो देवी, चरार-ए-शरीफ, हजरतबल, नंगाली साहिब, शाहदरा शरीफ, शिवखौड़ी भी खुल जाएंगे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.