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Mata Vaishno Devi : अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा मां वैष्णो देवी का निर्माणाधीन दुर्गा भवन

मां वैष्णो देवी के श्रद्धालुओं की यह इच्छा रहती है कि वे भवन पर परिवार सहित रुक कर भक्ति रस का आनंद ले सकें लेकिन भवन पर सीमित संख्या में कमरे होने के चलते वर्तमान में 2000 से 3000 श्रद्धालु ही वहां पर रात्रि के समय रुक सकते हैं।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Sat, 13 Nov 2021 07:23 AM (IST)Updated: Sat, 13 Nov 2021 07:23 AM (IST)
इमारत में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए चार लिफ्ट लगाई जाएंगी।

कटड़ा, राकेश शर्मा : देशभर से मां वैष्णो देवी के दर्शन को आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं में बढ़ोतरी करते हुए श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड भवन परिसर में अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस पांच मंजिला दुर्गा भवन का निर्माण करवा रहा है। 24 करोड़ 40 लाख रुपये की लागत से इस भवन का निर्माण तेजी से जारी है। अगले वर्ष शारदीय नवरात्र में यह भवन श्रद्धालुओं को समर्पित कर दिया जाएगा।

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मां वैष्णो देवी के दर्शन को आने वाले श्रद्धालुओं की यह इच्छा रहती है कि वे भवन पर परिवार सहित रुक कर भक्ति रस का आनंद ले सकें, लेकिन भवन पर सीमित संख्या में कमरे होने के चलते वर्तमान में 2,000 से 3,000 श्रद्धालु ही वहां पर रात्रि के समय रुक सकते हैं। भीड़भाड़ वाले दिनों में चाहते हुए भी श्रद्धालुओं को भवन पर रहने की व्यवस्था नहीं हो पाती है। श्रद्धालुओं की इस समस्या का निदान करते हुए श्राइन बोर्ड भवन परिसर में अत्याधुनिक दुर्गा भवन का निर्माण करवा रहा है। इस अत्याधुनिक दुर्गा भवन में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के साथ ही सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा गया है। श्राइन बोर्ड के सीईओ रमेश कुमार ने कहा कि वर्ष 2022 के अक्टूबर माह में यह बनकर तैयार हो जाएगा और अगले वर्ष शारदीय नवरात्र में श्रद्धालुओं को समर्पित कर दिया जाएगा।

पांच मंजिला अत्याधुनिक दुर्गा भवन में होंगी ये सुविधाएं

  • - श्रद्धालुओं के रहने के लिए 1000 से 1500 के बीच डारमेट्री बिस्तर की व्यवस्था होगी।
  • - इमारत के भीतर ही 200 से 300 लाकर की व्यवस्था होगी, जहां पर श्रद्धालु आराम से सामान रख सकें।
  • - इमारत में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए चार लिफ्ट लगाई जाएंगी।
  • - आने-जाने के लिए दो सीढ़ी मार्ग होंगे।
  • -इमारत के भीतर अत्याधुनिक भोजनालय, रेस्तरां की व्यवस्था होगी।
  • - कंबल स्टोर व लांड्री की भी व्यवस्था की जाएगी।
  • - इस इमारत के ग्राउंड फ्लोर में दर्शन के बाद कटड़ा की ओर रवाना होने के लिए रास्ते का भी निर्माण किया जा रहा है, ताकि श्रद्धालु भीड़ से बच सकें।
  • - इमारत में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी प्लांट) की व्यवस्था होगी। उसका पानी शौचालय में इस्तेमाल किया जाएगा।

भूकंप रोधी होगी इमारत

चूंकि जम्मू कश्मीर हिमालयन रेंज के जोन पांच में आता है, इसलिए अक्सर भूकंप जैसी स्थिति से दो-चार होना पड़ता है। इसीलिए इस इमारत को इस तरह से बनाया जा रहा है कि वह बड़े से बड़े भूकंप को झेल सके। मां वैष्णो देवी भवन पर अपनी तरह की यह पहली भूकंप रोधी इमारत होगी। यह इमारत फाइबर, सीमेंट व कंक्रीट की होगी, जो मजबूत होने के साथ ही काफी हल्की होगी। इमारत के सबसे ऊपरी भाग यानी कि छत को इस तरह से बनाया जा रहा है कि श्रद्धालु सुहावने मौसम में छत पर आराम कर सकें, पूरे भवन परिसर की सुंदरता को निहार सकें और प्राकृतिक नजारों का आनंद ले सकें।

सितंबर में उपराज्यपाल ने रखा था दुर्गा भवन का नींव पत्थर

उपराज्यपाल व श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के चेयरमैन मनोज सिन्हा ने पिछले सितंबर माह में इस अत्याधुनिक निर्माणाधीन दुर्गा भवन का नींव पत्थर रखा था। इसके साथ ही इसका निर्माण कार्य शुरू हो गया। इस इमारत का निर्माण कार्य केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) कर रहा है।  


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